रीवा। जनता को बेहतर स्वास्थ सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से बनकर तैयार हुआ सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की पोल खुलने लगी है. बिल्डिंग की गुणवत्ता को लेकर अब सवाल भी उठने लगे हैं. अस्पताल का अभी तक उद्घाटन भी नहीं हो पाया था की प्रथम तल की सैकड़ों फीट फॉल सीलिंग भरभरा कर धराशाही हो गई. वहीं निरीक्षण करने पहुंचे संभागायुक्त ने बिल्डिंग की दीवार में पड़ी दरारों को देख नाराजगी जाहिर की है.
150 करोड़ रुपए की लागत से नवनिर्मित सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की सैकड़ों फीट फॉल सीलिंग बीते रोज भरभरा कर धराशाही हो गई, गनीमत रही की जिस वक्त यह सीलिंग गिरी उस वक्त कोई मरीज व अस्पताल का स्टाफ मौजूद नहीं था. वहीं अस्पताल के निर्माण कार्य में गुणवत्ता हाल देखकर निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार की गंद आती है. सोमवार को निरीक्षण करने पहुंचे संभागयुक्त राजेश कुमार जैन ने अस्पताल की धराशाही हुई सीलिंग सहित बिल्डिंग की दीवारों पर पड़ी दरारों को लेकर नाराजगी जाहिर की और संबंधित अधिकारियों को जांच के निर्देश दिए.
अस्पताल की धराशाही हुई सीलिंग व दीवारों पर पड़ी लंबी दरारें इस बात का जीता जागता सबूत हैं की कंपनी ने सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के निर्माण कार्य में व्यापक स्तर पर बेईमानी की गई है. अब देखना होगा की जिम्मेदार अधिकारी लापरवाही बरतने वाली कंपनी के खिलाफ क्या कार्रवाई करती है.