रीवा/बैतूल। देश में विकास को लेकर बड़ी-बड़ी बातें कही जा रही है, लेकिन कड़वी हकीकत यह है कि अभी भी जिले में ऐसे गांव की भरमार है जहां आज भी ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाओं से जूझना पड़ रहा है. कई ऐसे गांव हैं जहां पर यदि कोई ग्रामीण बीमार हो जाए तो या तो उसे मरने का इंतजार करना पड़ता है या फिर कई लोगों को अपनी जान जोखिम में डालकर मरीज की जिंदगी बचाने उफनते नदी-नाले पार करने के लिए मजबूर होना पड़ता है. ताजा मामला रीवा और बैतूल से सामने आया है, जहां खस्ताहाल सड़क और लाचार सिस्टम के कारण उफनते नाली के बीच लोग मरीजों को अस्पताल ले जाने को मजबूर हैं. Health System Rewa
महिला ने ऑटो में दिया बच्चे को जन्म: रीवा जिले के चाकघाट स्थित बरुआ ग्राम पंचायत से सिस्टम को शर्मशार कर देने वाली एक तस्वीर सामने आई है, जहां एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा होने के बाद उसे एंबुलेंस सहारा नहीं मिला. जिसके बाद परिजन और आशा कार्यकर्ता उसे गांव के ही ऑटो से चाकघाट सामुदायिक स्वास्थ केंद्र ले जा रहे थे. लेकिन खस्ताहाल सड़क होने के चलते महिला को रास्ते में ही बच्चे को जन्म दिया. हालांकि डिलीवरी के बाद मां और उसका नवजात बच्चा दोनों ही सुरक्षित हैं, वहीं पास ही खड़े किसी व्यक्ति ने पूरा घटनाक्रम का विडियो अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया जो अब सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. मामले पर अपर कलेक्ट शैलेंद्र सिंह का कहना है कि, सूचना अब तक मुझे नहीं मिली है, लेकिन जिले में दो दिनों के अंदर अधिक वर्षा हुई है यदि कोई ऐसी स्थिति है और उसमें कोई कर्मचारी दोषी पाया पाया जाता है तो उसपर विधिवत कार्रवाई की जाएगी. यदि बात है खस्ताहाल सड़कों की तो खराब सड़क होने की शिकायत प्राप्त होती है तो उसकी मरम्मत के कार्य के लिए कलेक्टर ने संबंधित अधिकारी निर्देश दिए हैं."
तेज बारिश के बीच बैलगाड़ी से अस्पताल पहुंची महिला: बैतूल के चिचोली ब्लाक के अंतर्गत आने वाले ग्राम बौड़ रैय्यत चिरापाटला में डायरिया से पीड़ित एक महिला की जिंदगी बचाने के लिए उसके पति और बहन ने बैलगाड़ी में रख कर ऊफनती नदी पार करने का जोखिम उठाया. बाद में बीमार महिला को अस्पताल पहुंचाया गया, फिलहाल महिला की हालत अत्यधिक गंभीर है. बीमारी का असर दोनों किडनी पर विपरित असर हुआ है, बहरहाल महिला का इलाज जिला अस्पताल में जारी है.