रीवा। केंद्र और प्रदेश सरकार की कोशिशों से 10 दिनों बाद MBBS के 27 वर्षीय छात्र आशुतोष द्विवेदी का पार्थिव शरीर आर्मीनिया से भारत लाया गया. शनिवार की शाम 4:00 बजे मृतक आशुतोष द्विवेदी का शव उसके गृह ग्राम सोहरवा पहुंचा. बता दें की छात्र आर्मेनिया के येरेवन शहर की सेंट टेरेजा यूनिवर्सिटी में MBBS फोर्थ ईयर का छात्र था. 28 अगस्त को छात्र की संदिग्ध परिस्थियों में मौत हो गई थी. इसकी सूचना यूनिवर्सिटी द्वारा परिजनों को दी गई थी. बेटे की मौत की खबर सुनकर परिजन परेशान थे. बेटे के शव को वापस भारत लाने के लिए परिजनों ने ट्विटर पर वीडियो पोस्ट कर राज्य और केंद्र सरकार से मदद की गुहार लगाई थी.(MBBS Student Dead body Came To Rewa) (Armenia Ashutosh Dwivedi death)
जनप्रतिनिधियों ने दिया था आश्वासन: घटना की खबर लगते ही स्थानीय विधायक श्यामलाल द्विवेदी ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से मृतक आशुतोष द्विवेदी के शव को आर्मेनिया से भारत लाने की अपील की थी. रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा ने भी छात्र के शव को भारत लाने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखा था. इसके बाद सीएम शिवराज ने शव भारत वापस लाने का आश्वासन देते हुए आर्मेनिया से आशुतोष के घर तक शव को पहुंचाने का परिवहन खर्च मुख्यमंत्री निधि देने का वादा किया गया था.विदेश मंत्रालय से भी आशुतोष के परिजनों को शव वापस लाने के लिए हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया गया था.
शव में लगाया था एंबाल्मिग लेप: शनिवार के दिन आशुतोष का शव आर्मेनिया से दिल्ली के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचा. यहां से छात्र के शव को दिल्ली एयरपोर्ट से एंबुलेंस के माध्यम से शनिवार शाम 4 बजे उसके गृह ग्राम लाया गया. इसके बाद शाम 5 बजे मृतक छात्र का अंतिम संस्कार किया गया. भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने मृतक छात्र के परिजनों को बताया कि, शव में एंबाल्मिग लेप लगाकर रखा गया था. इससे पार्थिव शरीर खराब नहीं होता. किसी तरह की बदबू नहीं आती.
मौत के कारण अज्ञात: मृतक छात्र आशुतोष द्विवेदी की मौत के कारणों का पता अभी भी नही लग पाया है. मृतक के पिता ने मीडिया से बात करते हुए बताया था कि, उनके भांजे के मोबाइल में आर्मेनिया से किसी व्यक्ति का फोन आया था. उसने छात्र का मर्डर होने की जानकारी दी थी. यह अब भी जांच का विषय है कि,आशुतोष की मौत किन कारणों से हुई थी.(MBBS Student Dead body Came To Rewa) (Armenia Ashutosh Dwivedi death)