रीवा। न सड़क, न पक्के घर, न शौचालय और न ही स्वास्थ्य सुविधाएं. सरकार के दावों की हकीकत उजागर करती ये सूरत रीवा लोकसभा क्षेत्र के मोहरबा गांव की है. सरकारी योजनाओं का लाभ तो छोड़िए मोहरबा गांव के बाशिंदे मूलभूत सुविधाओं के लिये आजादी के 70 साल बाद भी तरस रहे हैं. वक्त गुजरता गया, सरकारें भी बदलीं, लेकिन नहीं बदली तो सिर्फ मोहराबा गांव की सूरत. लिहाजा सरकारी योजनाओं से लगातार उपेक्षित यहां के आदिवासियों ने लोकसभा चुनाव में मतदान करने से साफ इंकार कर दिया है.
रीवा: मूलभूत सुविधाओं के अभाव में जिंदगी बसर करने को मजबूर यहां लोग, मतदान का किया बहिष्कार
रीवा के मोहरबा गांव के लोग परेशान हैं. उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिलता, इसलिए उन्होंने इस बार मतदान का बहिष्कार किया है. स्थानीय सांसद जनार्दन मिश्रा ने भी उन्हें कई गिले-शिकवे हैं.
रीवा। न सड़क, न पक्के घर, न शौचालय और न ही स्वास्थ्य सुविधाएं. सरकार के दावों की हकीकत उजागर करती ये सूरत रीवा लोकसभा क्षेत्र के मोहरबा गांव की है. सरकारी योजनाओं का लाभ तो छोड़िए मोहरबा गांव के बाशिंदे मूलभूत सुविधाओं के लिये आजादी के 70 साल बाद भी तरस रहे हैं. वक्त गुजरता गया, सरकारें भी बदलीं, लेकिन नहीं बदली तो सिर्फ मोहराबा गांव की सूरत. लिहाजा सरकारी योजनाओं से लगातार उपेक्षित यहां के आदिवासियों ने लोकसभा चुनाव में मतदान करने से साफ इंकार कर दिया है.