मंदसौर। लॉकडाउन के करण लंबे इंतजार के बाद नारकोटिक्स विभाग ने किसानों से अफीम खरीदी शुरू कर दी है, अफीम का तौल शुरू कर दी गई है. कोरोना वायरस मद्देनजर विभाग के अधिकारी फिलहाल दो-तीन गांव के किसानों को ही अफीम जमा करवाने के लिए बुला रहे हैं. इसी दौरान एक महीने की देरी के बाद शुरू हुई तौल से किसान अब अपने माल की सूख के आधार पर, राहत देने की मांग कर रहे हैं.
जिला अफीम अधिकारी अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि, तौल के दौरान शारीरिक दूरी का पालन आवश्यक रूप से कराया जाएगा. कार्यालय पर किसानों के लिए हाथ धोने की व्यवस्था भी की गई है. सभी किसान मास्क पहनकर आएंगे और सावधानियों का पालन करेंगे. छह मई को ग्राम बाग्या ओर टोलखेड़ी के 32 किसानों को बुलाया है. तौल कार्यक्रम दो पारी में होगी.
जिले के तमाम किसानों से अफीम जमा करने के लिए केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो ने सभी तीनों सेंटरों पर सरकारी तौल का काम शुरू कर दिया है. कोरोना संक्रमण के मद्देनजर विभाग यहां आने वाले तमाम किसानों की थर्मल स्क्रीनिंग भी कर रहा है. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए, किसानों के माल का परीक्षण और तौल किया जा रहा है. देरी से शुरू हुए तौल से किसान अब अपनी अफीम में सुखत होने के साथ ही खेती में घाटे की भी बात कहते हुए औसत वजन में छूट देने की भी मांग की है. हालांकि अधिकारियों ने इस मामले में कोई जवाब नहीं दिया है.
फसल से एकत्र की गई अफीम गाढ़ा पेस्ट नुमा होती है. गर्मी के कारण इसमें रोजाना सूखने का भी खतरा बना रहता है. इस लिहाज से इस साल देरी से शुरू हुए तौल कार्य में तमाम किसानों को अपने औसत की पूर्ति न होने की चिंता अभी से सताने लगी हैं.