मंदसौर। सावन के आखिरी सोमवार के अवसर पर मंदसौर में भगवान पशुपतिनाथ महादेव की शाही सवारी निकाली गई. इस मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंदसौर पहुंचे. उन्होंने इस भव्य रथ यात्रा के आयोजन में शिरकत की. अंतिम सोमवार को पूरा मंदसौर जिला शिवमय हो गया. पशुपतिनाथ महादेव मंदिर में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा हुआ है. कोरोना काल के चलते 2 सालों की लंबी अवधि के बाद हुए इस भव्य आयोजन को देखने के लिए मालवा-मेवाड़ के हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. (Mandsaur Pashupatinath Temple)
CM शिवराज ने खींचा रथ: सुबह 11.30 बजे दशपुर के महाराजा पशुपतिनाथ महादेव शाही सवारी के साथ शहर भ्रमण पर निकले. मंदिर परिसर में रजत प्रतिमा का पूजन-अर्चना और आरती कर शाही सवारी को रवाना किया गया. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भगवान की आरती कर उनसे आशीर्वाद लिया. इस दौरान स्थानीय विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया और प्रदेश के कैबिनेट मंत्री जगदीश देवड़ा और हरदीप सिंह डंग भी मौजूद थे. सीएम शिवराज ने शाही सवारी में रथ खींचा. वहीं मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि, "पवित्र श्रावण मास के चतुर्थ सोमवार के पावन अवसर पर आज मंदसौर के पशुपतिनाथ जी के दर्शन का मुझे सौभाग्य प्राप्त हुआ. भगवान पशुपतिनाथ से यही प्रार्थना है कि हम आजादी के इस अमृत काल में मनाए जा रहे अमृत महोत्सव के सभी लक्ष्यों को पूरा कर पाएं."(Pashupatinath Shobhayatra Video)
कई झांकियों ने इस सवारी को बनाया शानदार: शाही सवारी में मंदसौर का बैंड, कड़ाबीन पार्टी उज्जैन, त्रिशूल भगवान पशुपतिनाथ का, दशपुर महाकालेश्वर व्यायामशाला और शिक्षा समिति का अखाड़ा, नालछा माता मंदिर की झांकी, दक्षिण भारत की बाहुबली हनुमान वानर सेना संग झांकी, बाहुबली महादेव अघोरी झांकी, राम दरबार, राधा कृष्ण, महाकाली और अघोरी झांकी ट्राले पर थे. इन सभी झांकियों के आगे डीजे भी चल रहा था. इसके अलावा डीजे पार्टी, उज्जैन ताशा पार्टी, नासिक ढोल, डमरु मंडल उज्जैन, मंदसौर की युवतियों बालिकाओं और महिलाओं की कलश यात्रा थी. इसके साथ था पशुपतिनाथ महादेव का शाही रथ. तापेश्वर महादेव की झांकी, भगवान ओखा बावजी की झांकी, स्वच्छता मिशन की झांकी भी मौजूद थी. (Sawan Antim Somwar CM Shivraj)
सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम: श्रद्धालुओं की भगदड़ से बचने के लिए पुलिसने यहां चार स्थानों पर बैरिकेडिंग की थी. इसके साथ ही करीब 300 जवानों के जिम्मे सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम थे. मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिए भी खास इंतजाम किया गया था. रथ यात्रा के रथ को सवा सौ सेवादारों ने रस्सी से खींचकर पूरे शहर में भ्रमण करवाया. रथ में विराजित भगवान की रजत प्रतिमा के दर्शन श्रद्धालुओं को साल भर में केवल एक बार ही होते हैं. लिहाजा लंबे इंतजार के बाद आज दर्शन के लिए पूरे शहर में हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी.(Mandsaur Pashupatinath Shobhayatra)