कटनी। मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल के कटनी आगमन पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जारी किए गए कटनी एसपी सुनील जैन के एक पत्र से बवाल (ruckus on sp latter) मच गया है. कटनी पुलिस अधीक्षक ने इस पत्र में सुरक्षा के लिए निर्देश जारी किए थे जिसके कॉलम नंबर 6 में लिखा गया है कि 2 समुदायों पर सख्त नजर रखी जाए.' पत्र में दो समुदायों को आतंकवादियों की श्रेणी (category of terrorists)में रखने का जिक्र होने के बाद से बवाल शुरू हो गया है.
JKLF, ULFA के साथ किया दो समुदायों का जिक्र
मंगलवार को जिले में राज्यपाल मंगूभाई पटेल अल्प प्रवास पर कटनी आए थे. राज्यपाल के आगमन पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस महकमे ने निर्देश जारी किए थे. राज्यपाल की सुरक्षा को देखते हुए पत्र में आतंकवादी संगठनों का जिक्र करते हुए दो समुदायों का भी उल्लेख कर आतंकवादियों की श्रेणी में ही किया गया है. पत्र में जारी निर्देशों के बीच कॉलम नंबर 6 में लिखा गया है कि सिख, मुसलमान, जेकेएलएफ, उल्फा, सिमी, एलटीटीई आतंकवादियों पर सख्त नजर रखी जाए. एसपी का यह पत्र चर्चा का विषय बन गया है. जिसपर पुलिस विभाग को सफाई देनी पड़ गई है.
पुलिस ने बताया टायपिंग मिस्टेक
पत्र को लेकर मचे बवाल के बाद एडिशनल एसपी मनोज केडिया ने कहा कि इसमें संबंधित पत्र में समुदाय का नाम शामिल होके का आशय उनके ऐसे अलग-अलग ग्रुप से था जो संदिग्ध गतिविधियों में जुड़े हों. पत्र में धोखे से ग्रुप शब्द नहीं टाइप हो सका, इसके लिए पुलिस प्रशासन खेद व्यक्त करता है. एडिशनल एसपी ने पूरे मामले पर सफाई देते हुए कहा है कि यदि इस पत्र से यदि किसी को ठेस पहुँची है तो पूरा पुलिस प्रशासन खेद व्यक्त करता है.
कांग्रेस ने कसा तंज
पुलिस अधीक्षक के इस पत्र को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने प्रदेश सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि शिवराज सरकार में क्या सिखों को आतंकवादी की श्रेणी में रखा गया है एक देशभक्त कौन के प्रति प्रदेश की पुलिस का यह रवैया बेहद दुखदाई है। सरकार कटनी एसपी पर इस मामले में कार्यवाही करे अन्यथा यह समझा जायेगा कि यही भाजपा सरकार की भी सोच है।