जबलपुर। कोरोना काल के तीन वर्षों ने पूरी अर्थ व्यवस्था को चौपट कर दिया है, बेरोजगारी इस चरम सीमा पर पहुंच गई है कि अब जबलपुर जिला कोर्ट में ड्राइवर-माली और प्यून के 70 पदों के लिए 5 हजार से ज्यादा बेरोजगार युवक-युवती शामिल होने पहुंचे हुए हैं.
चपरासी बनने पहुंचे पोस्ट ग्रेजुएट
बेरोजगारी सिर्फ प्रदेश में ही नहीं बल्कि पड़ोसी राज्यो में भी चरम पर है. यही वजह है कि, जबलपुर जिला कोर्ट में निकली ड्राइवर-माली और प्यून की भर्ती में पोस्ट ग्रेजुएट लोग भी शामिल हुए. इसा कड़ी में यूपी के कानपुर से आए विशाल शुक्ला (पोस्ट ग्रेजुएट) वर्तमान में फाइनेंस कंपनी में कार्यरत हैं पर सरकारी नौकरी की चाहत उन्हें यूपी से एमपी तक खींच लाई. विशाल ने चपरासी के लिए इंटरव्यू दिया है उनका कहना है कि, पढ़े-लिखे होने के बाद भी कहीं अच्छी सरकारी नौकरी नही लग रही है.
वकील पहुंचे ड्राइवर बनने
वहीं, एक अन्य युवक नित्यानंद श्रीवास्तव (एलएलबी) जो कि उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में वकालत कर रहे हैं, उन्होंने सरकारी नौकरी के लिए हर जोर प्रयास किया, कई जगह परीक्षा भी दी परन्तु सफलता नहीं मिली. इसके बाद वह जबलपुर जिला कोर्ट में ड्राइवर की भर्ती में इंटरव्यू देने पहुंचे हैं.
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बीच हुए इंटरव्यू
जबलपुर जिला कोर्ट में 4 ग्रेड भर्ती के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचे, यह भर्ती पांच दिन तक चलेगी. इस भर्ती में अभी तक 5 हजार युवाओं से ज्यादा युवा फार्म भर चुके हैं. किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हों, इसके लिए जिला कोर्ट के गेट पर पुलिस बल तैनात किया गया है, आज सिर्फ उन्हीं लोगों को जिला कोर्ट में जाने की अनुमति दी गई है जो कि इंटरव्यू के लिए आए हुए हैं