जबलपुर। जिले के स्वास्थ्य विभाग में एक नहीं बल्कि दो-दो मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभार संभाल रहे हैं. दो अधिकारियों के बीच के विवाद में शहर की स्वास्थ्य सुविधाएं प्रभावित हो रही हैं और जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
CMO पद की लड़ाई के बीच फंसी स्वास्थ सेवा, बीजेपी ने कसा ट्रांसफर पर तंज
जबलपुर में एक साथ दो CMO को प्रभार लेकिन ऑफिस में मौजूद कोई भी नहीं. सरकार के द्वारा किए गए तबादलों की वजह से जन सुविधाओं पर असर पड़ रहा है.
जबलपुर में दो मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभार संभाल रहे हैं.
जबलपुर। जिले के स्वास्थ्य विभाग में एक नहीं बल्कि दो-दो मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभार संभाल रहे हैं. दो अधिकारियों के बीच के विवाद में शहर की स्वास्थ्य सुविधाएं प्रभावित हो रही हैं और जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
Intro:तबादला उद्योग का शिकार हुआ जबलपुर का स्वास्थ्य विभाग जबलपुर में एक साथ दो- दो मुख्य चिकित्सा अधिकारीयो के पास प्रभार
Body:जबलपुर कमलनाथ सरकार तबादला उद्योग के नाम से बदनाम हो चुकी है इन बेतरतीब तबादलों की वजह से जन सुविधाओं पर भी असर पड़ रहा है
स्वास्थ्य विभाग की सबसे ज्यादा जरूरत आम जनता को इन्हीं दिनों पड़ती है वायरल बुखार की वजह से जबलपुर में हजारों लोग बीमार हैं बड़े स्तर पर लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं की जरूरत है लेकिन स्वास्थ्य सेवाओं की टीम का कैप्टन ही गायब है
दरअसल जबलपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मुरली अग्रवाल का तबादला कर दिया गया उनकी जगह डॉक्टर मनीष मिश्रा को जबलपुर का नया सीएमओ बनाया गया है लेकिन डॉ मुरली अग्रवाल तबादला लेने के लिए तैयार नहीं है मुख्य चिकित्सा अधिकारी के ऑफिस में दोनों ही अधिकारियों के बोर्ड लगे हुए हैं लेकिन सीट पर दोनों ही मौजूद नहीं है ऑफिस के कर्मचारियों का कहना है कि जब तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो जाती तब तक कौन अधिकारी है यह स्पष्ट नहीं किया जा सकता
भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का कहना है कि केवल स्वास्थ्य विभाग ही नहीं कई विभागों में यही आलम है दूसरे भी कई विभागों में इसी तरह की अफरा-तफरी मची हुई है और व्यवस्थाएं चरमराई हुई है
Conclusion:बाइट सोनू बच पानी भारतीय जनता पार्टी नेता
Body:जबलपुर कमलनाथ सरकार तबादला उद्योग के नाम से बदनाम हो चुकी है इन बेतरतीब तबादलों की वजह से जन सुविधाओं पर भी असर पड़ रहा है
स्वास्थ्य विभाग की सबसे ज्यादा जरूरत आम जनता को इन्हीं दिनों पड़ती है वायरल बुखार की वजह से जबलपुर में हजारों लोग बीमार हैं बड़े स्तर पर लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं की जरूरत है लेकिन स्वास्थ्य सेवाओं की टीम का कैप्टन ही गायब है
दरअसल जबलपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मुरली अग्रवाल का तबादला कर दिया गया उनकी जगह डॉक्टर मनीष मिश्रा को जबलपुर का नया सीएमओ बनाया गया है लेकिन डॉ मुरली अग्रवाल तबादला लेने के लिए तैयार नहीं है मुख्य चिकित्सा अधिकारी के ऑफिस में दोनों ही अधिकारियों के बोर्ड लगे हुए हैं लेकिन सीट पर दोनों ही मौजूद नहीं है ऑफिस के कर्मचारियों का कहना है कि जब तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो जाती तब तक कौन अधिकारी है यह स्पष्ट नहीं किया जा सकता
भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का कहना है कि केवल स्वास्थ्य विभाग ही नहीं कई विभागों में यही आलम है दूसरे भी कई विभागों में इसी तरह की अफरा-तफरी मची हुई है और व्यवस्थाएं चरमराई हुई है
Conclusion:बाइट सोनू बच पानी भारतीय जनता पार्टी नेता