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दुकानदार ने कहा 400 रु किलो है तुम नहीं ले पाओगे और युवक ने छत पर ही कर दिखाई स्ट्रॉबेरी की खेती - बाजार

जबलपुर के रॉबिन नाम के युवक ने अपने छत पर ही स्ट्रॉबेरी की खेती कर दिखाने का कारनामा किया है. उसने अपनी छत पर करीब स्ट्रॉबेरी के 500 पौधे लगाए हैं,

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Published : Feb 5, 2019, 10:35 PM IST

जबलपुर। शहर के रॉबिन नाम के युवक ने अपने छत पर ही स्ट्रॉबेरी की खेती कर दिखाने का कारनामा किया है. उसने अपनी छत पर करीब स्ट्रॉबेरी के 500 पौधे लगाए हैं, जिनसे वह काफी मात्रा में स्ट्रॉबेरी उगा रहा है. हालांकि रॉबिन फिलहाल इन्हें बाजार में नहीं बेच रहा है, लेकिन अपने दोस्तों और रिश्तेदारों में खूब बांट रहा है.


दररअसल स्ट्रॉबेरी की खेती के पीछे बहुत ही दिलचस्प कहानी है. रॉबिन एक दिन बाजार गया था, जहां उसने फलों की दुकान पर स्ट्रॉबेरी रखी देखी और उसका दाम पूछ लिया. वहीं दुकानदार ने रॉबिन को पहले देखा और व्यंग्यात्मक ढंग से कहा कि 400 रुपए किलो हैं, तुम नहीं खरीद पाओगे. रॉबिन को दुकानदार की यही बात बहुत खल गई और उसने ठान लिया कि अब तो स्ट्रॉबेरी को वह खुद उगाएगा और तभी खाएगा.

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इसके लिए रॉबिन ने शहर की सारी नर्सरियों को छान मारा, लेकिन उसे स्ट्रॉबेरी का पौधा नहीं मिला. इसके बाद उसने ऊना में रहने वाले अपने दोस्त से एक पौधा मंगा लिया. मुश्किल यहीं खत्म नहीं हुई. इसके बाद रोबिन की सबसे बड़ी जरूरत थी जमीन, जो उसके पास नहीं थी. लेकिन कहते हैं न कि जहां चाह है वहां राह है, बस रॉबिन ने भी अपनी छत को ही खेत बना लिया और स्ट्रॉबेरी को उगाना शुरू कर दिया.


एक पेड़ से रॉबिन ने 500 पेड़ बना दिए, हालांकि अभी इस महंगे फल को रॉबिन बेच नहीं पा रहा है, लेकिन दोस्तों और परिवार को भरपूर फल खिला रहा है. खास बात तो ये है कि इसके लिए रॉबिन ने इंटरनेट से पढ़ाई भी की है, क्योंकि स्ट्रॉबेरी का पौधा बहुत ही नाजुक होता है, इसलिए इसकी देखरेख भी करनी पड़ती है.

जबलपुर। शहर के रॉबिन नाम के युवक ने अपने छत पर ही स्ट्रॉबेरी की खेती कर दिखाने का कारनामा किया है. उसने अपनी छत पर करीब स्ट्रॉबेरी के 500 पौधे लगाए हैं, जिनसे वह काफी मात्रा में स्ट्रॉबेरी उगा रहा है. हालांकि रॉबिन फिलहाल इन्हें बाजार में नहीं बेच रहा है, लेकिन अपने दोस्तों और रिश्तेदारों में खूब बांट रहा है.


दररअसल स्ट्रॉबेरी की खेती के पीछे बहुत ही दिलचस्प कहानी है. रॉबिन एक दिन बाजार गया था, जहां उसने फलों की दुकान पर स्ट्रॉबेरी रखी देखी और उसका दाम पूछ लिया. वहीं दुकानदार ने रॉबिन को पहले देखा और व्यंग्यात्मक ढंग से कहा कि 400 रुपए किलो हैं, तुम नहीं खरीद पाओगे. रॉबिन को दुकानदार की यही बात बहुत खल गई और उसने ठान लिया कि अब तो स्ट्रॉबेरी को वह खुद उगाएगा और तभी खाएगा.

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इसके लिए रॉबिन ने शहर की सारी नर्सरियों को छान मारा, लेकिन उसे स्ट्रॉबेरी का पौधा नहीं मिला. इसके बाद उसने ऊना में रहने वाले अपने दोस्त से एक पौधा मंगा लिया. मुश्किल यहीं खत्म नहीं हुई. इसके बाद रोबिन की सबसे बड़ी जरूरत थी जमीन, जो उसके पास नहीं थी. लेकिन कहते हैं न कि जहां चाह है वहां राह है, बस रॉबिन ने भी अपनी छत को ही खेत बना लिया और स्ट्रॉबेरी को उगाना शुरू कर दिया.


एक पेड़ से रॉबिन ने 500 पेड़ बना दिए, हालांकि अभी इस महंगे फल को रॉबिन बेच नहीं पा रहा है, लेकिन दोस्तों और परिवार को भरपूर फल खिला रहा है. खास बात तो ये है कि इसके लिए रॉबिन ने इंटरनेट से पढ़ाई भी की है, क्योंकि स्ट्रॉबेरी का पौधा बहुत ही नाजुक होता है, इसलिए इसकी देखरेख भी करनी पड़ती है.

Intro:बाजार से खरीदकर नहीं खा पाया तो खुद ही उगाई स्ट्रॉबेरी जबलपुर के रोबिन ने छत पर बनाई स्ट्रॉबेरी की बगिया


Body:जबलपुर के रोबिन ने बाजार में फलों की दुकान पर स्ट्रॉबेरी रखी देखी तो उसका दाम पूछ लिया दुकानदार ने रॉबिन को देखा और रोबिन से कहा स्ट्रॉबेरी ₹400 किलो है तुम नहीं खरीद पाओगे यह बात रोबिन को इतनी बुरी लगी किस ने ठान लिया कि अब तो स्ट्रॉबेरी को वह खुद उगएगा और तभी खाएगा

रोबिन जबलपुर की नर्सरीओं पर गया लेकिन उसे स्ट्रॉबेरी का पेड़ नहीं मिला उसने अपने दोस्त से उना से एक पेड़ बुलवाया रोबिन के पास जमीन तो नहीं थी इसलिए उसने अपने छत पर ही स्ट्रॉबेरी को उगाना गाना शुरू किया एक पेड़ से रॉबिन ने 500 पेड़ बना दिए हालांकि अभी इस महंगे फल को रॉबिन बेच नहीं पा रहा है लेकिन दोस्त यार और परिवार को भरपूर फल खिलवा रहा है हालांकि स्ट्रॉबेरी का पौधा बहुत ही नाजुक होता है इसलिए इसकी देखरेख भी बच्चों ने जैसे करनी पड़ती है जबलपुर में कोई स्ट्रॉबेरी की खेती नहीं करता इसलिए रोबिन ने इंटरनेट की मदद से खेती को समझा और स्ट्रॉबेरी के मामले में विशेषज्ञ बन गया है बहुत से लोग रोबिन को स्ट्रॉबेरी उगाने के लिए बुला रहे हैं

स्ट्रॉबेरी जैसे विदेशी फल रोजगार का एक बहुत अच्छा माध्यम हो सकते हैं बाजार में अभी भी इन फलों के बहुत अच्छे दाम मिलते हैं यदि इन फलों के बारे में अच्छे से जानकारी ले ली जाए तो यह एक अच्छा व्यापार बन सकते हैं और रॉबिन जैसे लड़के जिन्हें खेती किसानी के बारे में कोई जानकारी नहीं है जब वे घर में ऐसी कठिन खेती कर सकते हैं तो फिर जिनके पास पूरे साधन हैं वह क्यों नहीं कर सकते


Conclusion:
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