जबलपुर। स्वच्छता सर्वेक्षण में लाख प्रयास के बावजूद जबलपुर नंबर वन आने में हमेशा असफल रहा है लेकिन अब बाजी मारने के लिए जबलपुर नगर निगम ने कुछ नवाचार किया है. कबाड़ के सामान का कैसे जुगाड़ में उपयोग किया जाए यह कोशिश की. नगर निगम द्वारा कबाड़ के लोहे से सुंदर कलाकृतियां बनाई जा रही हैं. सबसे अहम बात यह है कि कबाड़ से बनी इन कलाकृतियों को शहर के चौराहे में लगाया जाएगा.
कलाकृति बनाने छत्तीसगढ़ से आई टीम: नगर निगम ने कबाड़ के लोहे से आदिवासी पुरुष और महिला की विशालकाय प्रतिमा बनाई है, इसमें उस लोहे का इस्तेमाल किया गया है जिसे अतिक्रमण दस्ते ने कार्रवाई के दौरान शहर से जब्त किया है. छत्तीसगढ़ से तीन युवकों की टीम को बुलाया गया है. जिन्होंने 12 दिन के अंदर महिला की कलाकृति तैयार कर ली है. मिस्त्री नरेंद्र देवांगन बताते है कि उन्हें दो कलाकृति बनाने का नगर निगम ने ऑर्डर दिया है. इस तरह एक महीने में इन सभी प्रतिमाओं को तैयार कर लिया जाएगा.
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आदिवासी महिला-रुष की कलाकृति: मिस्त्री नरेंद्र देवांगन ने बताया कि वह जो कलाकृति कबाड़ से बना रहे हैं वह आदिवासी महिला-पुरुष की है. पुरुष जहां ढोल बजाते हुए दिखाई दे रहा है, वहीं महिला नृत्य करती हुई नजर आ रही है. मध्यप्रदेश में पहली बार किसी नगर निगम ने कबाड़ को इस तरह से उपयोग किया है. कलाकारों का कहना है कि इसके पहले उन्होंने प्रदेश के कई शहरों में कबाड़ से उपयोगी वस्तुएं बनाई हैं.
स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर नवाचार: 2022 स्वच्छता सर्वेक्षण चल रहा है, इसको देखते हुए जबलपुर नगर निगम कोशिश कर रहा है कि कैसे शहर को साफ रखते हुए रैंकिंग में ऊपर आया जाए. इसी के चलते नवाचार करने की कोशिश में नगर निगम जुट हुआ है. फिलहाल अभी कबाड़ से कलाकृति नगर निगम बनवा रहा है, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में प्रतिमाओं को चौराहों पर लगाया जाएगा.
(Municipal corporation focus on swachh survekshan) (Municipal Corporation made artwork from iron)