जबलपुर। ईओडब्ल्यू का प्रेमचंद उर्फ बिशप पीसी सिंह पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है. ताजा खुलासे में सामने आया है कि बिशप पीसी सिंह का राजदार सुरेश जैकब, परिवार के सदस्य और रिश्तेदारों ने संगठित होकर मिशनरी की जमीन सहित फीस की रकम में करोड़ों का फर्जीवाड़ा किया है. पीसी सिंह का परिवार और उनके करीबी रिश्तेदार टीचर व अन्य पद पर रहकर करीब 5 लाख रुपए का मासिक वेतन कई साल से प्राप्त कर रहे थे. ईओडब्ल्यू की टीम पीसी के बेटे पीयूष और सुरेश जैकब से जब्त दस्तावेज एवं बैंक डिटेल के आधार पर पूछताछ कर रही है. पीसी सिंह ने अपने कौन-कौन रिश्तेदारों के खाते में रकम ट्रासंफर की और क्यों इसके संबंध में पूछताछ चल रही है.
छात्रों की फीस की राशि का उपयोग धार्मिक संस्थाओं को चलाने में किया: ईओडबल्यू की प्राथमिक जांच में पाया गया था कि चैयरमेन पीसी सिंह ने कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर मूल सोसायटी का नाम परिवर्तन कर उसका चेयरमैन बनकर पद का दुरूपयोग करते हुए सोयासटी की विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं से प्राप्त होने वाली छात्रों की फीस की राशि का उपयोग धार्मिक संस्थाओं को चलाने एवं स्वयं के उपयोग में लेकर गबन किया है. वर्ष 2004-05 से वर्ष 2011-12 तक शैक्षणिक संस्था की करीब 2 करोड़ 70 लाख रुपए की राशि धार्मिक संस्थाओं को ट्रांसफर करने के प्रथम दृष्टया प्रमाण मिले थे.
गबन की राशि से देश के कई हिस्सों में अचल संपत्तियां खरीदी: बिशप पीसी सिंह पर आरोप है कि उन्होंने गबन की राशि से जबलपुर, मिर्जापुर सहित देश के अन्य हिस्सों में अचल संपत्तियां खरीदी हैं. बिशप पर आरोप है कि उन्होंने संस्था का मूल नाम भी बिना अधिकृत स्वीकृति के खुद ही बदल दिया था. ईओडब्ल्यू ने आरोपी बिशप पीसी सिंह, बीएस सोलंकी तत्कालीन असिस्टेंट रजिस्ट्रार फर्म्स एंड संस्था के विरुद्ध धारा 406, 420, 668, 47, 120 बी का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया था.
Jabalpur EOW Action: बिशप पीसी सिंह को लेकर नये खुलासे, स्कूल से हर साल चंदे के रूप में लेता था 5 लाख
ईओडब्ल्यू को सर्च के दौरान से पीसी सिंह के घर से नगदी, जेवर और वाहन मिले थे. साथ ही ईओडब्ल्यू को पीसी सिंह के निवास से करीब 81 लाख के जेवर, 1 करोड़ 65 लाख रुपए नगद, 18 हजार 552 डॉलर, 118 पाउंड के साथ 17 संस्थानों के दस्तावेज और 9 महंगी कार सहित 1 डिसकवरी कार भी मिली थी. (new revelation about bishop pc singh)( (Jabalpur EOW Action))