जबलपुर। बैंक ऑफ महाराष्ट्र के एटीएम में सुरक्षाकर्मी की गोली मारकर हत्या करने और कैश लूट मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपी सगे भाई हैं जिन्हें बनारस से अरेस्ट किया गया है. जबलपुर में बीते दिनों एटीएम में कैश लोडिंग के दौरान आरोपियों ने लाखों की लूट की, जिनको पुलिस ने गिरफ्तार किया है (Jabalpur police arrest ATM robbery accused). दोनों के कब्जे से लूटी हुई रकम में से 32 लाख 90 हजार रुपये जब्त किए गए हैं. दोनों ही आरोपी सगे भाई है,जो गंगापुर के रहने वाले है.
हमले में इस्तेमाल बाइक भी बरामद
आरोपियों की धरपकड़ में जबलपुर पुलिस की कई टीम कई राज्यों में घूम रही थी. इसी दौरान पुलिस को यूपी के वाराणसी में कामयाबी मिली. पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त मोटरसाइकिल भी जब्त की है. आरोपियों ने बताया कि वे वारदात से पूर्व जबलपुर में ही रिटायर्ड जेल अधिकारी के सदर क्षेत्र स्थित घर में तीन माह तक किराएदार बनकर रहे. इन्हीं दिनों में उन्होंने लूट की प्लानिंग की. लूट को अंजाम देने के बाद वे रात भर जंगल में छिपे रहे और दूसरे दिन हुलिया बदलकर मोटरसाइकिल से भाग गए थे. बाइक पर यूपी का नंबर था. यहीं से पुलिस को आरोपियों का सुराग लगा. (Jabalpur ATM Lootkand)
40 लाख रुपए की लूट को पुलिस ने बताया 6 लाख
सगे भाई मनोज कुमार पाल और सुनील पाल ने सुरक्षाकर्मी राजबहादुर पटेल की गोली मारकर हत्या करने से पहले दो कैशियर पर भी फायरिंग की थी. इसके बाद 40 लाख रुपए से भरा कैश बॉक्स लूटकर फरार हो गए थे. घटना के बाद मौके पर पहुंची गोरा बाजार थाना पुलिस ने लूट और हत्या का प्रकरण दर्ज किया. खास बात यह है कि पुलिस ने लूट की रकम 40 लाख के बजाय 6 लाख रुपये दिखाई. ऐसे में पुलिस पर यह सवाल उठ रहे थे कि इतनी बड़ी लूटी गई रकम को पुलिस 6 लाख रुपये में क्यों बदल रही है, जबकि पुलिस ने ही आरोपियों के पास से भी 32 लाख 90 हजार रुपये बरामद किए हैं. इस मामले में पुलिस को भी इन सवालों के जवाब देने होंगें.