जबलपुर। महामंडलेश्वर किन्नर हिमांगी सखी (mahamandaleshwar kinnar himangi sakhi) ने मां कामख्या के मंदिर का हाल ही में जबलपुर में भूमि पूजन किया. उनका कहना है कि जबलपुर में किन्नरों के लिए आश्रम बनेगा और स्कूल भी. साथ ही सबसे पहले किन्नर समाज को शिक्षित करना उनका लक्ष्य है. इसी को लेकर ई टीवी भारत के संवाददाता सुनिल विश्वकर्मा ने महामंडलेश्वर किन्नर हिमांगी सखी से फेस टू फेस कार्यक्रम में खास बातचीत की. उन्होने मोदी सरकार में काम पर बात की साथ ही कंगना के दिए गए बयान पर भी हिमांगी ने अपनी प्रतिक्रिया दी.
सवाल- जबलपुर में मां कामख्या का मंदिर बनेगा, इसका भूमि पूजन आपने किया है. कैसे आपके दिमाग में यह विचार आया?
जवाब- देखिए जबलपुर में मेरी बेटी है माही शुक्ला किन्नर उनको एक दिन सपना आया था कि जबलपुर में मां कामख्या का मंदिर बने. उन्होंने हमसे इस विषय में बात की, इसी के बाद हमने हां करते हुए कहा कि यह बहुत अच्छी बात है. इसके लिए मेरा तन मन धन सभी तरह से सहयोग रहेगा. हमने ग्वारी घाट के पास स्थित एक स्थान पर मंदिर के लिए भूमि पहले से ही चिन्हित कर ली थी. भूमि पूजन के पहले भगवान शेषनाग की पूजा की गई. मंदिर बनने के बाद वहां पर किन्नर संतो के द्वारा लोगों की तकलीफें दूर की जाएगी. इतना ही नहीं यहां किन्नरों के लिए एक आश्रम बनेगा, किन्नरों के लिए स्कूल बनेगा, सबसे पहले किन्नर समाज को शिक्षित करना लक्ष्य है हमारा.
सवाल- केंद्रीय किन्नर बोर्ड के गठन को लेकर अपने केंद्रीय मंत्री से इस विषय में मुलाकात कर बात की है. किस तरह का अश्वासन मिला है आपको?
जवाब- हमारे केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले जी जो कि बहुत ही उदार दिल के हैं, उन्होंने हमें यही आश्वासन दिया है कि मां जी केंद्रीय किन्नर बोर्ड का गठन हम करेंगे, और मैंने कहा कि यह किन्नर बोर्ड का गठन होगा तो वह आपके नेतृत्व में होगा. उन्होंने यही कहा है कि हम किन्नर समाज के लिए केंद्रीय किन्नर बोर्ड का गठन करेंगे. हमने लिखित में केंद्रीय मंत्री को एक पत्र भी दिया है जिसमें की किन्नरों की मांग प्रेषित की गई है. हमने मांग की है कि किन्नर समाज के लिए हॉस्टल होना चाहिए, ओल्ड एज होम होना चाहिए, जहां पर की बुजुर्ग किन्नर सुविधाओं के साथ रह सकें, हमें आशा है कि देश के प्रधानमंत्री हमारी किन्नर बोर्ड गठन के लिए पूर्ण सपोर्ट करेंगे.
सवाल- वर्तमान में मां गंगा की मौजूदा स्थिति को आप कैसे देखती हैं?
जवाब- देखिए आज हमारी मां गंगा की मौजूदा स्थिति बहुत ही खराब है. लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि हमारी मां गंगा पतित पावनी हैं, हम सबका उद्धार करने वाली मां गंगा है. हमें उसमें गंदगी नहीं फैलानी चाहिए, शास्त्रों में वर्णन है कि मनुष्य जब गंगा जी में जाता है उसमें मैल ना छोड़े, गंदगी ना करे, सिर्फ तीन डुबकी लगाकर अपने आपको शुद्ध करना है. अपनी आत्मा को शुद्ध करना है, अपनी मानसिकता को शुद्ध करना है और तीन डुबकी लगाकर बाहर निकलना है, न कि उसमें गंदगी करना है. शास्त्रों में वर्णन है कि जो भी मां गंगा में गंदगी फैलाता है उस जीव का कभी उद्धार नहीं होता. मां गंगा सबसे बड़ी है, प्राकृतिक देवी भी हमारी मां ही है इसलिए गंगा को गंदा करना बहुत गलत है.
सवाल- केंद्र सरकार ने गंगा को लेकर एक विभाग भी बनाया था, आपके हिसाब से क्या वह काम नहीं कर पाया?
जवाब- देखिये जितने भी विभाग हैं वह सभी विभाग अपना काम बखूबी करते हैं, पर इसके साथ ही हमारे समाज को भी ध्यान रखना होगा. सब कुछ हम विभाग के ऊपर नहीं छोड़ सकते हैं. हमें चाहिए कि जब हम गंगा जी में स्नान करने जाते हैं, पूजा पाठ करते हैं तो फिर उस स्थान को स्वच्छ रखें साफ रखें ना कि उसमें गंदगी फैलाए इसलिए हर काम विभाग करेगा मैं इसे नहीं मानती.
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सवाल- फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत का इस समय एक बयान चल रहा है कि हमें आजादी 2014 में मिली है. उनके इस बयान से आप कितना इत्तेफाक रखती हैं.
जवाब- मैं कंगना रनौत के बयान से पूरी तरह से सहमत हूं. कंगना ने जो कहा कि 2014 में हमें आजादी मिली है यह पूरी तरह से सत्य है. हिंदू सनातन धर्म 2014 के बाद ही आजाद हुआ है, उससे पहले हमें कहां स्वतंत्रता थी. हिंदुत्व को आजादी मिली है वह 2014 के बाद ही मिली है, उससे पहले हम कहां आजाद थे. बहुत मंदिर तोड़े गए, बहुत मंदिरों पर कब्जा भी किया गया. आपने खुद देखा कि राम मंदिर का मुद्दा 2014 के बाद ही सुलझा है. कश्मीर का मुद्दा 2014 के बाद ही सुलझा है, किन्नर समाज को मेन स्ट्रीम में लाना 2014 के बाद ही हुआ है. आज सरकार ने किन्नर समाज को बराबरी का दर्जा दिया है. तो मैं कहीं से भी कंगना के बयान को गलत नहीं मानती हूं.