जबलपुर। केंद्रीय जेल में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत प्रारंभ किए गए कौशल उन्नयन प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत पांच विधाओं पिकल मेकिंग टेक्नीशियन, बेकिंग टेक्नीशियन, मल्टी कुजिन कुक, टीवी रिपेयरिंग टेक्नीशियन और असिस्टेंट इलेक्ट्रीशियन में अब तक 400 बंदियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है, इस कार्यक्रम का विस्तार करते हुए केंद्रीय जेल जबलपुर में 1000 बंदी, केंद्रीय जेल सतना में 500 बंदी और केंद्रीय जेल रीवा में 500 बंदियों के प्रशिक्षण का प्रस्ताव भेजा जा चुका है.
'वेज इम्पलॉयमेण्ट क्रियेशन फॉर अंडर स्पेशल जेल प्रोजेक्ट'
नई परियोजना 'वेज इम्पलॉयमेंट क्रिएशन फॉर अंडर स्पेशल सेल प्रोजेक्ट' के अंतर्गत विविध सेक्टरों में वस्तुओं की असेम्बलिंग और पुनर्नवीनीकरण कर वस्तुओं को ब्रांड-नेम देकर जेल आउटलेट और ई-कॉमर्स प्लेटफार्म द्वारा उचित मूल्य में बेचा जाएगा, इससे बंदियों को जेल के अंदर और जेल के बाहर स्वरोजगार एवं बंदियों की पुनर्स्थापना में सहायता मिलेगी और जेल विभाग भी लाभाविंत होगा.
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत दी जा रही ट्रेनिंग
राष्ट्रीय कौशल विकास निगम द्वारा "वेज इम्पलॉयमेंट क्रिएशन फॉर अंडर स्पेशल सेल प्रोजेक्ट' उन्हीं बंदियों को शामिल किया जा रहा है, जो प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं. सोमवार को इसकी शुरूआत बिजली के बोर्ड और उसमें स्विच वायरिंग हुई, इसे कान्हा ब्राण्ड नाम दिया गया है, साथ ही आने वाले दिनों में इसका विस्तार बिजली के पंखे, एल.ई.डी. टी.वी. में किया जाएगा.
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श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर शुरू हुए इस नए अभियान को उद्घाटन मौके पर उपस्थिति अतिथियों ने सराहा और कहा कि बंदियों के हितार्थ चलाये जा रहे इस कौशल उन्नयन कार्यक्रम बंदियों के केवल रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने का अवसर नहीं बनेगा, अपितु उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाकर अच्छे आचरण की ओर प्रेरित करेगा.
आईएएनएस