जबलपुर। प्रदेश में चल रही बंगला पॉलिटिक्स के बीच कांग्रेस विधायक ने बंगले का मोह ही त्याग दिया, जबलपुर उत्तर मध्य विधानसभा क्षेत्र से विधायक विनय सक्सेना ने राइट टाउन स्थित आवंटित अपने बंगले की चाबी नगर निगम को सौंप दी है. ऐसा नहीं है कि विधायक विनय सक्सेना को बंगला खाली करने का कोई नोटिस मिला था, बल्कि उन्होंने खुद ही बंगले को खाली कर दिया है.
विधायक की मानें तो प्रदेश में इस समय बंगले के नाम पर ओछी राजनीति हो रही है, जिससे दुखी होकर उन्होंने ये कदम उठाया है. सरकार बदली है तो विपक्षी जन प्रतिनिधियों को मिलने वाली सरकारी सुविधाओं में भी कटौती की जा रही है. कुछ लोग हैं, जिन्हें सरकार ने बंगले से बेदखली का नोटिस थमाया है तो कुछ वो लोग हैं, जो इन बंगलों को छोड़ने से बचना चाहते हैं या फिर समय की मांग कर रहे हैं. ऐसे में विनय सक्सेना ने खुद ही बंगला खाली करना मुनासिब समझा.
इस कदम के पीछे कांग्रेस विधायक ने भाजपा के चाल-चरित्र को जिम्मेदार ठहराया है, उनका कहना है कि भाजपा की कृपा कि उन्हें कोई जरूरत नहीं है. इससे पहले कि उन्हें भी बंगला खाली करने का नोटिस मिले, उन्होंने खुद ही बंगला खाली करना मुनासिब समझा. इस बीच उन्होंने बंगले में लगाए गए एसी और अन्य सामग्रियों को निकालवाने का काम शुरू करवा दिया है. विधायक ने बंगले का बकाया बिजली बिल सहित अन्य सभी शुल्क भी जमा कर दिया है.