जबलपुर। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट (Madhya Pradesh High Court Jabalpur) के जस्टिस संजय द्विवेदी के निर्देश के बाद पुलिस ने जब दो संदिग्ध पत्रों की जांच की तो चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है. जिसके आधार पर पुलिस ने खुदकुशी करने वाले अधिवक्ता अनुराग साहू और उनके साथियों के खिलाफ धोखाधड़ी जालसाजी और कूट रचित पत्र बनाने के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस की जांच में यह बात निकल कर सामने आई है कि, जो पत्र आरक्षक महिला के नाम से लिखकर भेजे गए थे उन्हें आकृति ने नहीं बल्कि किसी और ने लिखा था. (New twist in advocate Anurag Sahu case) (Anurag Sahu suicide case)
पत्रों का कई स्तर पर परीक्षण: मामले की जांच के दौरान पुलिस ने पत्रों का कई स्तर पर परीक्षण कराया. जिसके आधार पर इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य और अन्य प्रकार के सबूत जुटाए गए. जिसमें खुलासा हुआ कि आकृति का नाम लिखकर यह पत्र मृतक अधिवक्ता अनुराग साहू एक अन्य अधिवक्ता ओंकार पटेल शिवनारायण उर्फ पप्पू विश्वकर्मा और राजा चौधरी ने भेजा भेजा था.
MP Shivpuri Rape : डॉक्टर व उसके बेटे ने हॉस्पिटल का मैनेजर बनाने का झांसा देकर किया नर्स का शारीरिक शोषण
सबूत के आधार पर मामला दर्ज: एडिशनल एसपी सिटी गोपाल खांडेल का कहना है कि, अदालत से दो पत्र मिले थे. जिनकी सभी स्तरों पर जांच कराने के बाद जो सबूत सामने आए हैं. उसके आधार पर ही मृतक अधिवक्ता अनुराग साहू और तीन अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. जल्द ही कार्रवाई की जाएगी.(New twist in advocate Anurag Sahu case) (Anurag Sahu suicide case) (Jabalpur High Court) (High Court Investigation of suspicious letter)