इंदौर। विजय नगर पुलिस ने पिछले दिनों ड्रग्स माफियाओं के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया था और उस कार्रवाई के तहत सात आरोपियों को पकड़ा गया था. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने पूछताछ की तो उन्होंने एक आंटी के बारे में जिक्र किया था, जिसको पुलिस ने पिछले दिनों गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल, पुलिस आंटी से लगातार पूछताछ करने में जुटी हुई है. इस दौरान कई तरह की जानकारी भी पुलिस को हाथ लग रही हैं, जिन पर पुलिस आने वाले दिनों में कार्रवाई करेगी. मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी है.
ड्रग्स माफिया महिला आरोपी शहर में आंटी के नाम से जानी जाती है, आरोपी महिला के फोन को भी पुलिस ने जब्त कर लिया है. पिछले दिनों उसके फोन से तकरीबन 200 से अधिक युवतियों के कांटेक्ट मिले थे, जिन पर पुलिस बारीकी से जांच पड़ताल कर रही है. इस पूरे मामले में पुलिस ने अभी तक कुल चार प्रकरण दर्ज कर लिए हैं और 9 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जल्द ही इसमें कुछ और आरोपियों की गिरफ्तारी हो सकती है.
आईजी ने किया एसआईटी का गठन किया
इस पूरे मामले की मॉनिटरिंग आईजी कर रहे हैं, और एक एसआईटी का भी गठन किया है, जिसमें एडिशनल स्तर का एक अधिकारी सीएसपी, विजय नगर थाना प्रभारी सहित 10 लोगों को शामिल किया गया है, जिसमें सब इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी भी कुछ शामिल है. फिलहाल अब आने वाले दिनों में विभिन्न टीमों को इस पूरे मामले की जांच पड़ताल में लगाया गया है, जो विभिन्न शहरों में जाकर भी जांच करेगी. फिलहाल पूछताछ में अभी तक पुलिस को दिल्ली मुंबई गोवा सहित अन्य शहरों की जानकारी लगी है अब वहां पर विभिन्न टीमों को रवाना किया जाएगा और उसके बाद पूरे मामले में आगे कार्रवाई की जाएगी.
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18 दिसंबर तक रिमांड पर
बता दें इस पूरे ही मामले की शुरुआत बांग्लादेश से युवतियों को लाकर इंदौर सहित अन्य शहरों में सप्लाई करता था. उस सागर जैन को पुलिस ने पकड़ा था उस पूरे मामले में सागर जैन ने ही प्रीति जैन उर्फ आंटी के बारे में जानकारी दी थी, जिसके बाद पुलिस ने इस पूरे मामले में आंटी को गिरफ्तार किया पुलिस पूरे मामले में पुलिस ने आरोपियों को 18 दिसंबर तक के लिए रिमांड लिया है. पुलिस पूछताछ में आरोपियों से मिली जानकारी के आधार पर टीमें विभिन्न प्रदेशों की ओर रवाना भी कर दी गई हैं.
पुलिस ऐसे कर रही जांच
पुलिस तीन प्वाइंट्स पर काम कर रही है. पहला यह कि जिन तस्करों को पुलिस ने पकड़ा है वे कहां से इस तरह का ड्रग्स लेकर आते थे और इनके शहर में किन लोगों से संपर्क हैं, जो इन से मिले ड्रग्स को को युवक और युवतियों के बीच पहुंचा देते थे. दूसरा लक्ष्य पुलिस ने रखा है कि यह इतनी बड़ी तादाद में इतना अधिक ड्रग्स कहां से लेकर आते थे, वह लोग कौन हैं, जो इन्हें ड्रग्स उपलब्ध करवाते थे वहीं तीसरे आयाम में पुलिस ऐसे लोगों को चिन्हित करेगी, जिन्होंने मादक पदार्थों के व्यापार से शहर में संपत्तियां बनाई हैं, उन्हें भी चिन्हित कर उनके घरों पर अतिक्रमण की कार्रवाई की जाएगी. इंदौर के एमआइजी और खजराना क्षेत्र के ऐसे ही माफियाओं पर आज से इस मुहिम की शुरुआत भी हो चुकी है. आने वाले दिनों में कई और ड्रग माफियाओं को चिंहित किया जाएगा.
ड्रग्स के जाल में फंसे युवक युवतियों को लेकर पुलिस गंभीर
पुलिस ऐसे युवक और युवतियों को चिन्हित कर रही है, जो ड्रग्स की लत के कारण मूल समाज से बिछड़ गए हैं, उनके पुनर्वास के लिए भी पुलिस ने एक योजना भी बनाई है. अभी तक जिन आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा है. उनके माध्यम से कई युवक और युवतियों के बारे में जानकारी पुलिस को मिली है. पुलिस इन युवक और युवतियों को ड्रग्स की लत से बाहर निकालने के लिए विभिन्न तरह के जागरूकता अभियान चलाएगी और उन्हें मूल समाज से जोड़ने का प्रयास करेगी. इसके लिए विभिन्न जगह पर रिहेब्लिटेशन सेंटर की भी व्यवस्था पुलिस ने की है, वहीं खुद आईजी ने भी आज विभिन्न जगह के सेंटर्स का दौरा किया और वहां पर व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के निर्देश हैं. इस पूरे रैकेट में पुलिस को कई ऐसे युवकों-युवतियों की जानकारी लगी है, जो काफी दिनों से नशे की लत में पड़े हुए हैं, लेकिन उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा को देखते हुए उनकी सूची सार्वजनिक नहीं की जा सकती, लेकिन उनके माता-पिता को विश्वास में लेकर उनका पुनर्वास करवाने की योजना पुलिस ने बनाई है.
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आंटी और इंदौर में नशे का कारोबार
इस पूरे मामले में आंटी मुख्य सरगना है, आंटी के कई सप्लायर शहर में मौजूद थे जो उससे ड्रग्स लेकर बार, पब, होटल, रेस्टोरेंट और जिम में सप्लाई करते थे. बता दें जिम में युवक और युवतियों को ड्रग्स की लत इस तरह से लगाई जाती थी कि वह भी समझ नहीं पाते थे और इसकी गिरफ्त में आ जाते थे. बता दें जिम में जो युवतियां आती थीं उन्हें वजन कम करने के लिए ड्रग्स का सेवन करने की बात कही जाती थी तो वहीं युवकों को मसल्स व अन्य तरह की जानकारी देकर उन्हें ड्रग्स की ओर आकर्षित किया जाता था. आंटी जिस बंगले में रहती थी वह किराए का बताया जा रहा है, वहीं पुलिस आंटी की संपत्तियों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है.
तीन जिम के ट्रेनर गिरफ्तार
पुलिस ने इस पूरी कार्रवाई में तीन जिम ट्रेनर को भी गिरफ्तार किया है. जिम ट्रेनर के माध्यम से ही जिम में आने वाले युवाओं को ड्रग्स की सप्लाई की जाती थी. फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले में आने वाले दिनों में कई और लोगों को गिरफ्तार कर सकती है.
इस खुलासे के बाद आज शुक्रवार शाम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नशा मुक्ति केंद्र का ऑनलाइन उद्घाटन भी कर रहे हैं. इस पूरी कार्रवाई के बारे में मुख्यमंत्री को भी इंदौर के आईजी व अन्य अधिकारियों ने जानकारी दी है. मुख्यमंत्री ने भी ड्रग्स कारोबारियों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं, इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि आने वाले दिनों में इंदौर सहित प्रदेशभर में कई बड़ी कार्रवाईयों को पुलिस विभाग के द्वारा अंजाम दिया जा सकता है.
देह व्यापार करवाने वाले सैंडो पर एनडीपीएस एक्ट में कारवाई
तकरीबन तीन माह पहले पुलिस ने बांग्लादेशी युवतियों को देह व्यापार के मामले में एक बड़ी कार्रवाई की थी और उसी कार्रवाई में मुख्य सरगना सागर जैन उर्फ सैंडो को गिरफ्तार किया था, उसी से पूछताछ के दौरान इंदौर शहर में ड्रग्स तस्करों की जानकारी मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने इतनी बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. फिलहाल इस पूरे मामले में सैंडो पर भी एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी.
रुपये के लालच में आंटी ने लिया शॉर्ट कट
जिस आंटी को विजय नगर पुलिस ने पकड़ा है, वह पुणे की रहने वाली है और पुणे में ही उसने इंग्लिश में एमए किया, अंग्रेजी हिंदी के साथ मराठी भाषा में आंटी की अच्छी पकड़ है. आंटी ने पुलिस को बताया कि उसकी शादी धार जिले के कुक्षी में हुई थी और उसके सपने बड़े थे. आंटी ने बताया, 'बड़े सपनों को लेकर अक्सर इसी बात को लेकर मेरा पति से विवाद होता रहता था. इसी दौरान एक विवाद के चलते पति को छोड़ दिया और उसके बाद में अपने बच्चे को लेकर अपने भविष्य के सपनों को पूरा करने के लिए इंदौर आ गई.'' आंटी अपने बच्चे यश को पढ़ा लिखाकर पायलट बनाना चाहती थी. आंटी की जान पहचान ऋचा नाम की युवती से हुई और उसने बताया कि यदि पैसा कमाना है तो उसके शॉर्टकट तरीके हैं. रुपए के लालच में वह ड्रग्स के कारोबार में कूद गई. आंटी ने बताया कि सन 1991 के आसपास वह इंदौर आ गई थी इसके बाद वह ड्रग्स के कारोबार करने लगी, उसने अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए वह दूसरे राज्यों में अपनी पकड़ बनाने के लिए कई तरह के जतन किए. आंटी ने पुलिस को यह भी बताया कि इंदौर के एक मॉल में उसने रियल स्टेट कंपनी में बतौर पार्टनर काम भी शुरू किया था. दिन में वह रियल स्टेट और रात में पार्टी और पब में ड्रग्स सप्लाई करना आंटी की दिनचर्या में शुमार हो गया था. फर्राटेदार इंग्लिश व अपने अच्छे रहन-सहन के कारण हाईप्रोफाइल युवक और युवतियों से उसकी जान पहचान हो गई और इस तरह से वह आंटी बन गई.