इंदौर। प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. कोरोना के खिलाफ जंग में कोरोना योद्धा अपनी तकलीफों को दरकिनार कर सेवा दे रहे हैं. पुलिस लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवा रही है. लॉकडाउन का जो पुलिसकर्मी पालन करवा रहे हैं, उनमें से कई गंभीर बीमारियों से भी जूझ रहे हैं, इसके बावजूद अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं. कई पुलिसकर्मियों को हार्ट अटैक और किडनी से संबंधित प्रॉब्लम भी हैं, लेकिन उन्होंने अपनी बीमारियों को दरकिनार करते हुए ड्यूटी को अहमियत दी है.
ड्यूटी को दी अहमियत
इंदौर पुलिस में कई पुलिसकर्मी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं, ऐसे ही 2 पुलिसकर्मी इंदौर के सर्राफा थाने में पदस्थ हैं. सब इंस्पेक्टर संतोष मिश्रा, प्रधान आरक्षक भगवान सिंह दोनों को गंभीर बीमारियों ने जकड़ा हुआ है. इसके बावजूद दोनों ने अपनी बीमारियों को दरकिनार करते हुए ड्यूटी को अहमियत दी है.
रोजाना दे रहे 16 घंटे से अधिक की ड्यूटी
दोनों कोरोना योद्धा रोजाना 16-16 घंटे से अधिक ड्यूटी देकर लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवा रहे हैं. पुलिसकर्मी संतोष मिश्रा ने बताया कि, उनकी बाइपास सर्जरी हो चुकी है. वहीं ब्रेन ट्यूमर, किडनी से संबंधित बीमारियां भी हैं. जब उनसे पूछा गया कि, परिजनों ने ड्यूटी पर जाने से रोका नहीं , तो उनका कहना था कि परिजनों ने काफी कोशिश की, लेकिन वे उन्हें समझाकर अपनी ड्यूटी पर तैनात हो गए.
जहां ड्यूटी मिल जाए, वहां हो जाते हैं तैनात
संतोष मिश्रा ने कहा कि, वे रोज सुबह अपनी ड्यूटी के समय थाने आ जाते हैं. जहां पर भी ड्यूटी लगा दी जाती है, वहां पर लगातार ड्यूटी करते हैं. इसी तरह से सर्राफा थाने पर प्रधान आरक्षक भगवान सिंह भी पदस्थ हैं. वो भी लगातार इसी तरह से ड्यूटी दे रहे हैं. उन्हें पिछले दिनों सर्दी और जुकाम होने के बाद क्वारंटाइन कर दिया गया था, लेकिन चार दिनों बाद ही वे ठीक हो गए और वापस अपनी ड्यूटी पर तैनात है.