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अब मरीजों को डाइट चार्ट के अनुसार मिलेगा खाना, एमवाय हॉस्पिटल में बनेगी नई रसोई

इंदौर के एम वाय हॉस्पिटल में जरुरतमंद मरीजों को अब डाइट चार्ट के हिसाब से खाना दिया जाएगा. कमिश्नर आकाश त्रिपाठी ने इसकी जिममेदारी खजराना मंदिर समिति को सौंपी है.

एम वाय हॉस्पिटल में मरीजों को अब डाइट चार्ट के हिसाब से खाना
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Published : Aug 2, 2019, 3:58 AM IST

इंदौर। एम वाय हॉस्पिटल में मरीजों को अब एक नई सेवा शुरू की गयी है. जिसके तहत मरीजों को डाइट चार्ट के अनुसार खाना दिया जाएगा. ये पहल शहर के कमिश्नर आकाश त्रिपाठी ने शुरू की है. कमिश्नर ने जरूरत मंद मरीजों के भोजन का जिम्मा खजराना मंदिर समिति को सौंपा है.

एम वाय हॉस्पिटल में मरीजों को अब डाइट चार्ट के हिसाब से खाना

मरीजों के लिए शुरू की जा रही नई व्यवस्था से पहले कमिश्नर ने हॉस्पिटल परिसर का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने परिसर के भीतर ही एक नया रसोई घर बनाने की निर्णय भी लिया. इस संबंध में जरूर व्यवस्थाओं को लेकर उन्होंने एमवाय हॉस्पिटल के अधीक्षक, मेडिकल कॉलेज के डीन और खजराना गणेश मंदिर समिति से सलाह ली.

कमिश्नर आकाश त्रिपाठी ने बताया कि एमवाय हॉस्पिटल में तकरीबन 700 से अधिक मरीज भर्ती रहते हैं, जिनके लिए डॉक्टर्स द्वारा दिए गए मापदंडों के अनुसार भोजन दिया जाना जरुर होता है. साथ ही गर्भवती महिला और बच्चों की भी डाइट डॉक्टर निर्धारित करते हैं. आने वाले समय में यदि यह व्यवस्था कारगर साबित हुई तो मरीज के परिजनों को भी हॉस्पिटल परिसर में उचित मूल्य पर भोजन उपलब्ध कराया जाएगा.

इंदौर। एम वाय हॉस्पिटल में मरीजों को अब एक नई सेवा शुरू की गयी है. जिसके तहत मरीजों को डाइट चार्ट के अनुसार खाना दिया जाएगा. ये पहल शहर के कमिश्नर आकाश त्रिपाठी ने शुरू की है. कमिश्नर ने जरूरत मंद मरीजों के भोजन का जिम्मा खजराना मंदिर समिति को सौंपा है.

एम वाय हॉस्पिटल में मरीजों को अब डाइट चार्ट के हिसाब से खाना

मरीजों के लिए शुरू की जा रही नई व्यवस्था से पहले कमिश्नर ने हॉस्पिटल परिसर का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने परिसर के भीतर ही एक नया रसोई घर बनाने की निर्णय भी लिया. इस संबंध में जरूर व्यवस्थाओं को लेकर उन्होंने एमवाय हॉस्पिटल के अधीक्षक, मेडिकल कॉलेज के डीन और खजराना गणेश मंदिर समिति से सलाह ली.

कमिश्नर आकाश त्रिपाठी ने बताया कि एमवाय हॉस्पिटल में तकरीबन 700 से अधिक मरीज भर्ती रहते हैं, जिनके लिए डॉक्टर्स द्वारा दिए गए मापदंडों के अनुसार भोजन दिया जाना जरुर होता है. साथ ही गर्भवती महिला और बच्चों की भी डाइट डॉक्टर निर्धारित करते हैं. आने वाले समय में यदि यह व्यवस्था कारगर साबित हुई तो मरीज के परिजनों को भी हॉस्पिटल परिसर में उचित मूल्य पर भोजन उपलब्ध कराया जाएगा.

Intro:एंकर - इंदौर का एमवाय हॉस्पिटल प्रदेश का सबसे बड़ा हॉस्पिटल है यहां पर दूर दूर से इलाज करवाने के लिए जरूरतमंद मरीज पहुंचते हैं लेकिन जो मरीज यहां पर पहुचते है उन्हें ठीक तरीके का खाना उपलब्ध नहीं हो पाता है अतः इस पूरी व्यवस्था में इंदौर संभाग आयुक्त ने एक नई पहल की शुरुआत की है इंदौर संभाग आयुक्त ने इंदौर के खजराना मंदिर प्रबंधक को मरीजों के डाइट प्लान से संबंधित व्यवस्था का जिम्मा सौंपा है।


Body:वीओ - इंदौर का एम वाय हॉस्पिटल प्रदेश का सबसे बड़ा सरकारी हॉस्पिटल है और यहां की व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए इंदौर संभाग युक्त से लेकर प्रदेश सरकार तक लगी हुई है इसी कड़ी में इंदौर एमवाय हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों के डाइट प्लान को सुधारने के लिए या डाइट प्लान में जो मेनू है उसकी क्वालिटी को सुधारने के लिए इंदौर संभागयुक्त ने एक नई पहल की शुरुआत की है इस पहल के तहत अब इंदौर के एमवाय हॉस्पिटल में जो मरीज भर्ती है उनकी डाइट को लेकर जो भोजन तैयार किया जाता है वह अब खजराना गणेश मंदिर प्रबंध समिति तैयार करेगी इसके लिए बकायदा एक रसोई घर भी हॉस्पिटल कैंपस में बनाया गया है जिस का दौरा खुद सम्भायुक्त ने किया और वहां पर किस तरह की व्यवस्था है उसका मुआयना किया इस दौरान इंदौर संभागयुक्त आकाश त्रिपाठी के साथ एमवाय अधीक्षक मेडिकल कॉलेज की डीन के साथ ही खजराना गणेश मंदिर के प्रबंधक भी मौजूद थे इस दौरान सम्भागयुक्त आकाश त्रिपाठी ने बताया कि एमवाय हॉस्पिटल में तकरीबन 700 से अधिक मरीज भर्ती रहते हैं जिनके लिए चिकित्सकों द्वारा दिए गए मापदंडों के अनुसार चाय दूध रोटी सब्जी तथा दलिया आदि का निर्धारित समय पर प्रदाय किया जाना होता है चिकित्सालय में गंभीर श्रेणी गर्भवती तथा प्रांतीय महिला बच्चे तथा सामान्य मरीज होते हैं जिन्हें चिकित्सकों की राय के अनुसार डाइट की जानी होती है इस संबंध में गणपति मंदिर खजराना में वर्तमान सहित क्षेत्र की तर्ज पर भोजन निर्माण कर मरीजों को उपलब्ध कराने की व्यवस्था खजराना गणेश मंदिर प्रबंधन को दी गई है वही आने वाले समय में यदि यह व्यवस्था कारगर सिद्ध हुई तो मरीजों के परिजनों को भी यहां पर से उचित मूल्य में भोजन उपलब्ध कराया जाएगा फिलहाल व्यवस्था अभी इंदौर के हॉस्पिटल में शुरू की गई है पायलट प्रोजेक्ट है और इस प्रोजेक्ट में यदि सफलता मिलती है तो संभाग के अन्य सरकारी हॉस्पिटल में भी इसी तरह की व्यवस्थाओं की शुरुआत की जाएगी।

बाइट -आकाश त्रिपाठी , सम्भागयुक्त , इंदौर


Conclusion:वीओ - इंदौर का एमवाय हॉस्पिटल कई अधिकारियों के लिए प्रयोगशाला के तौर पर बना हुआ है यहां पर जब भी कोई अधिकारी आता है वह इंदौर के एमवाय हॉस्पिटल में कुछ ना कुछ प्रयोग जरूर करता है ऐसा ही एक प्रयोग कब इंदौर कमिश्नर आकाश त्रिपाठी ने भी किया है फिलहाल अब देखना होगा कि इंदौर संभागयुक्त प्रकाश त्रिपाठी ने जो कदम उठाया है वह इंदौर के लिए कितना लाभदायक रहता है।
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