इंदौर। देश में टूरिज्म आधारित गतिविधियों के कारण लगातार पुरस्कृत होने वाले मध्य प्रदेश पर्यटन ने अब जल पर्यटन के एक बड़े प्रोजेक्ट के जरिए ओंकारेश्वर और गुजरात के स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को जोड़ने की तैयारी की है. विभाग का दावा है कि धार्मिक पर्यटन के साथ अब वाटर टूरिज्म को प्राथमिकता देते हुए ओंकारेश्वर को गुजरात की स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से जलमार्ग के जरिए सीधे जोड़ा जाएगा. इससे मध्य प्रदेश के लोग जल्द गुजरात तक पहुंच सकेंगे. पर्यटन विभाग जल्द ही नर्मदा नदी के माध्यम से पर्यटन का एक बड़ा क्षेत्र विकसित करने के इस फैसले पर अमल करने जा रहा है. (MP Water Tourism)
जल पर्यटन पर एमपी सरकार करेगी काम: कोरोना संक्रमण के बाद से प्रदेश की पर्यटन आधारित गतिविधियों की गति धीमी पड़ गई थी, लेकिन अब पर्यटन विभाग की कोशिश है कि ओंकारेश्वर को सीधे गुजरात के स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से जोड़ा जाए. इससे मध्य प्रदेश के नर्मदा अंचल के साथ गुजरात तक जल पर्यटन का एक बड़ा सेक्टर स्थापित किया जा सकेगा. विभाग की कोशिश है कि बड़े क्रूज या मोटर बोट के जरिए करीब 300 किलोमीटर की यात्रा नर्मदा नदी के जरिए कराई जाए. इसे लेकर प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है. विभाग का दावा है कि जल्द ही इस फैसले को अमल में लाया जाएगा.(Statue of Unity connect with Omkareshwar)
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वाटर टूरिज्म क्षेत्र में आएगा बड़ा बदलाव: एमपी पर्यटन निगम द्वारा राजधानी भोपाल में बोर्ड क्लब सैर सपाटा समेत हलाली डैम, उदयगिरि बरगी, भेड़ाघाट हनुमंतिया, तिगरा और गांधी सागर बांध के पास स्थित हिंगलाज रिसोर्ट बोट क्लब, शिवपुरी और ओरछा में स्थित बोट क्लब से जल पर्यटन की गतिविधियां संचालित की जा रही है. बीते साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से वाटर टूरिज्म के नए सेक्टर की शुरुआत की थी. इस बीच मध्य प्रदेश सरकार भी गुजरात के जरिए एमपी में पर्यटन की संभावनाएं तलाश रही थी. पर्यटन विभाग की कोशिश है कि अगर नर्मदा नदी के जरिए ओंकारेश्वर से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को सीधे जोड़ दिया जाए, तो यह वाटर टूरिज्म के क्षेत्र में एक बड़े पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित हो सकता है. लिहाजा विभाग इस दिशा में आगे बढ़ रहा है. इससे जल्द से जल्द एमपी में वाटर टूरिज्म के साथ स्प्रिचुअल टूरिज्म के बड़े सेक्टर को नर्मदा नदी पर विकसित किया जा सकेगा.