इंदौर। मध्यप्रदेश में रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत के बीच राज्य के अस्पतालों 7 कंपनियों के रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई प्रदेश में हो रही है. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान अब तक 2 लाख 90 हजार 84 रेमडेसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है.
रेमडेसिविर निर्माताओं को सप्लाई बढ़ाने के निर्देश
कोरोना महामारी के बीच कुछ दिनों पहले मेसर्स सन फार्मा ने 475 यूनिट प्राइवेट को, 120 यूनिट गवर्मेन्ट को और 4,364 यूनिट प्राइवेट को पूरे मध्यप्रदेश में रेमडेसिविर इंजक्शन की आपूर्ति की गई है. सभी फार्मा कंपनियों से प्रशासन लगातार संपर्क में है. रेमडेसिविर निर्माताओं को प्रदेश में इसकी सप्लाई बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं.
649 मीट्रिक टन ऑक्सीजन स्वीकृति
केन्द्र सरकार से 24 अप्रैल से 649 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की स्वीकृति मिली है. प्रदेश को कई श्रोतों से कुल 496 मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिली है. संभावना है कि जल्द ही प्रदेश में कुल 515 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति हुई. ऑक्सीजन के प्रदेश में त्वरित परिवहन के लिए केन्द्रीय गृह मंत्रालय के सहयोग से झारखण्ड के बोकारों और गुजरात के जामनगर स्थित ऑक्सीजन उत्पादकों से ऑक्सीजन टैंकर एयरलिफ्ट कर इंदौर, भोपाल और ग्वालियर लाए जा रहे हैं.
6 टैंकर्स के साथ रेलवे रैक्स उपलब्ध कराए जाने की मांग
राउरकेला से जबलपुर तक प्रति रैक 6 टैंकर्स के परिवहन की सुविधा के साथ कुल 2 रेलवे रैक्स उपलब्ध कराये जाने के लिए रेल मंत्रालय से अनुरोध किया गया है. टैंकर्स के त्वरित परिवहन के लिए जामनगर से इंदौर एवं भोपाल के मध्य प्रचलित वर्तमान सामरिक उड़ानों के अतिरिक्त भोपाल और बोकारो के मध्य भारतीय वायु सेना की सुविधा उपलब्ध कराये जाने के लिए गृह मंत्रालय से अनुरोध किया गया है. भारत सरकार आयातित टैंकर्स में से प्रति टैंकर 24 टन और समकक्ष साधारण क्षमता वाले कुल 31 टैंकर्स मध्यप्रदेश को आवंटित किये जाने का अनुरोध किया गया है.
ऑक्सीजन उत्पादक कंपनी एयर लिक्विड, पानीपत से मध्यप्रदेश का ऑक्सीजन आवंटन, वर्तमान 6 मीट्रिक टन प्रतिदिन से बढ़ाकर 20 मीट्रिक टन प्रतिदिन निर्धारित करने का अनुरोध भारत सरकार से किया गया है. ऑक्सीजन उत्पादक कंपनी आईनॉक्स, बोकारो से मध्यप्रदेश का ऑक्सीजन आवंटन वर्तमान 33 टन प्रतिदिन से 100 मीट्रिक टन बढ़ाकर कुल 133 मीट्रिक टन प्रतिदिन निर्धारित करने का अनुरोध भारत सरकार से किया गया. ऑक्सीजन की आपूर्ति को सुचारू बनाने के लिये राज्य सरकार ने 2000 ऑक्सीजन कंसनट्रेटर खरीदे गये हैं. प्रदेश के जिलों में स्थानीय व्यवस्था से लगभग 2000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर लगाये जा चुके हैं. प्रदेश के लिये 10 लीटर प्रति मिनट की क्षमता वाले 5000 नवीन ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भारत सरकार के माध्यम से शीघ्र देने का अनुरोध स्वास्थ्य मंत्रालय से किया गया है.
सोशल मीडिया पर चलाई मुहिम, जमा पैसों से भेंट की ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन
काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड मेडिकल रिसर्च, भारत सरकार ने अधिकृत संस्था के माध्यम से प्रदेश के पांच जिला चिकित्सालयों (भोपाल, रीवा, इंदौर, ग्वालियर और शहडोल) में नवीनतम VPSA तकनीक आधारित ऑक्सीजन प्लांट्स 01 करोड़ 60 लाख रुपये की लागत से लगाये जा रहे हैं. इनमें 300 से 400 लीटर प्रति मिनट आक्सीजन बनेगी. इस नवीनतम तकनीक से ऑक्सीजन प्लांट्स लगाने वाला मध्यप्रदेश, देश का पहला राज्य है.