इंदौर। नर्मदा जयंती महोत्सव के मौके पर सीएम शिवराज ने हर शहर और गांव का जन्मदिन अथवा स्थापना दिवस मनाने की घोषणा की थी. इसके बाद से जन्म दिवस या स्थापना दिवस तय करने के लिए कवायद शुरू हो चुकी है. वहीं इंदौर का स्थापना दिवस तय करने के लिए पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई, जिसमें जिले और शहर के प्रमुख जनप्रतिनिधि, सामाजिक व सांस्कृतिक कार्यकर्ता, प्रबुद्धजनों आदि को आमंत्रित किया गया. हालांकि, बैठक में कुछ निष्कर्ष नहीं निकल सका.
सत्यनारायण सत्तन ने सरकारा पर लगाया मनमानी का आरोप
बैठक में ज्यादातर लोगों ने 31 मई को इंदौर का गौरव दिवस मनाने पर सहमति दी, क्योंकि इस दिन देवी अहिल्या बाई होलकर का जन्मदिन होता है. हालांकि भाजपा के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रकवि सत्यनारायण सत्तन इससे सहमत नहीं हैं. जिन्होंने सरकार पर गौरव दिवस अथवा स्थापना दिवस के समय निर्धारण को लेकर मनमानी करने का आरोप. उन्होंने कहा कि सब कुछ सरकार के चुने हुए चंद लोगों को ही तय करना है तो फिर इस तरह की बैठकों का कोई औचित्य नहीं है, हमारा समय क्यों व्यर्थ किया है. इसी के चलते स्थापना दिवस तय नहीं हो पाया, अब राज्य सरकार द्वारा निर्धारित कमेटी स्थापना दिवस के समय एवं तिथि को लेकर फैसला करेगी.
विश्वास सारंग का कांग्रेस पर वार, कहा- कमलनाथ के जमाने में किसानों का सिर्फ उत्पीड़न हुआ
भाजपा विधायक बोले-देवी अहिल्याबाई होलकर हो इंदौर का नाम
बैठक में भाजपा नेताओं की राय अलग-अलग रही. पूर्व सांसद सुमित्रा महाजन ने देवी अहिल्याबाई होलकर के जन्मदिन पर इंदौर का स्थापना दिवस मनाने की पैरवी की. वहीं भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय ने स्वर्गीय लता मंगेश्कर के जन्मदिन पर तो, वहीं भाजपा विधायक रमेश मेंदौला ने इंदौर का नाम बदलकर देवी अहिल्या बाई होलकर के नाम पर करने की वकालत की. इसके अलावा और तारीखों को लेकर भी कई सुझाव भी आए है.(Meeting for Indore foundation Day Date)