इंदौर। प्रदेश में माफियाओं पर की कार्रवाई के दौरान उनके ठिकानों से कई (alligator and gold fish seized) अवैध दस्तावेज और कई बेशकीमती सामान भी बरामद हुआ. इंदौर के जीतू सोनी और प्यारे मियां जैसे माफिया के खिलाफ हुए कार्रवाई में वैभव विलासिता के कई अन्य सामान के सहित कुछ दुर्लभ किस्म के वन्य प्राणी और दुर्लभ मछलियां बरामद की गई हैं. पुलिस कार्रवाई के बाद अपराधी तो सलाखों के पीछे हैं, लेकिन इनके घरों से बरामद वन्य प्राणियों और दुर्लभ मछलियों को इंदौर चिड़ियाघऱ में सहेजा जा रहा है.
जीतू सोनी के घर से बरामद हुईं थी दुर्लभ गोल्डनफिश: साल 2020 में कमलनाथ सरकार के दौरान इंदौर के माफिया जीतू सोनी के माय होम स्थित होटल एवं बेस्ट वेस्टर्न होटल पर तोडफोड़ और जब्ती की कार्रवाई की गई थी. इस दौरान यहां से जापान की दुर्लभ गोल्डफिश बरामद की गई थी. ऐसी ही मछलियां माय होम होटल के फिश पॉट में भी मिली थीं. जिन्हें नगर निगम ने जब्त करके इंदौर के कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय के सुपुर्द कर दिया था. कार्रवाई के बाद माफिया तो जेल भेज दिए गए लेकिन उनके यहां से जब्त हुए मछली और दूसरे जलीय जीव तभी से इंदौर के चिड़ियाघर में मौजूद हैं .
प्यारे मियां के यहां मिली दुर्लभ फिश: यही स्थिति माफिया प्यारे मियां के इंदौर स्थित लालाराम नगर में पाए गए ठिकाने पर कार्रवाई के दौरान बनी थी. यहां से भी नगर निगम की टीम को फिश पॉट में मछलियां और कई आपत्तिजनक चीजें मिली थी. यह सारी मछलियां एवं सामग्री आरोपियों पर दर्ज किए गए प्रकरण से संबंध सामग्री में शामिल थीं इसलिए इनको भी सुपुर्दगी में दर्ज किया गया. कोर्ट के आदेश पर जब्त की गई चीजों को लौटाने का भी प्रावधान है. यही वजह है कि इन मछलियों को भी बरामद सामान के रूप में सुरक्षित रखना पड़ रहा है
कस्टडी में है एलीगेटर फिश: इंदौर के चिड़ियाघर में दक्षिण अफ्रीका के समुद्र में पाई जाने वाली एलीगेटर फिश भी मौजूद है. इसे डीआरआई और कस्टम की टीम ने मुंबई से बरामद किया था. कई सालों से यहां रहने के चलते अब इनका 4 गुना से ज्यादा हो चुका है.जो मछलियां फिश पॉट में छोटी छोटी थी वह अब वे 1 फीट से भी ज्यादा बड़ी हो चुकी हैं, लिहाजा इन्हें बड़े फिश पॉट में रखना मजबूरी है, जबकि इनमें से कई ऐसी थी जिन्हें बड़े जल स्त्रोतों में छोड़ना पड़ा है. दुर्लभ जलीय जीवों को चिड़ियाघर के ही बड़े फिश पॉट में ही रखना पड़ रहा है.
कोर्ट के आदेश पर सौंपना होगा
दोनों माफिया जीतू सोनी और प्यारे मियां के खिलाफ कई मामलों में अभी तक फैसला नहीं आया है. इसके अलावा बरामद किए गए सामान को लेकर भी कोर्ट ने अभी तक कोई फैसला नहीं दिया है. इसलिए इस मामले में जब तक कोई निर्णय नहीं हो जाता है बरामदगी और सुपुर्दगी के सामान में शामिल इन मछलियों और दूसरे जलीय जीवों को बचाने के सभी प्रयास किए जा रहे हैं.