इंदौर। लोकसभा स्पीकर और इंदौर सांसद सुमित्रा महाजन ने इंदौर एसएसपी रूचि वर्धन मिश्रा को एक पत्र लिखा है. उन्होंने पत्रकार महेंद्र बापना सड़क दुर्घटना को दुखद बताते हुए पत्र में पुलिस के सामाजिक व्यवहार को भी उजागर करने की कोशिश की. जिसके लिए उन्होंने पत्र में लिखा कि मेरा इंदौर शहर ऐसा तो नहीं था.
दरअसल कुछ दिनों पहले इंदौर के पिपलियाना चौराहे पर पत्रकार महेंद्र बापना सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए थे. जो काफी देर तक सड़क पर पड़े रहे लेकिन अस्पताल ले जाने के लिए उनकी किसी ने मदद नहीं की थी. इसी बात पर लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने एएसपी को पत्र लिखा है. जिसका अंश इस प्रकार है-
पत्र में सुमित्रा महाजन ने एएसपी रुचिवर्धन मिश्रा से कहा है कि, जिस प्रकार से आपने अपनी सासू जी के पैर छूकर पदभार ग्रहण किया वो निश्चित ही आपकी संवेदनशीलता को दिखाता है. साथ लेकिन, मैं आपका ध्यान इस घटना की ओर लाना चाहती हूं कि महेंद्र बापना एक वरिष्ठ पत्रकार रहे हैं और एक्सीडेंट के 20 मिनट बाद भी वह सड़क पर ही पड़े रहे, लेकिन किसी ने उनकी मदद नहीं की.
इंदौर शहर में लोगों की संवेदनशीलता एक दूसरे की मदद करने की रही है. लेकिन अब ऐसी क्या परिस्थितियां हो गई कि कोई मदद के लिए आगे नहीं आया. जब लोगों से चर्चा की तो उनका कहना था कि, कौन पुलिस के झंझट में पड़े. लोगों को समझाने का प्रयास भी किया कि नियम बदल चुके हैं, कानून बदल चुका है. इसके बावजूद आमजन का कहना था कि पुलिस तो पुलिस ही होती है. पुलिस का व्यवहार ही नागरिकों को यह सब कहने के लिए मजबूर कर रहा है. इंदौर स्वच्छता में नंबर वन है, अपनेपन के लिए भी नंबर वन बने. लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने एएसपी को इस विषय पर गंभीरता से विचार करने के लिए पत्र में कहा है.
वहीं इस पत्र को लेकर जब इंदौर एएसपी रूचिवर्धन मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने और जरूरी कदम उठाने की बात कही है.