इंदौर। लंबे लॉकडाउन के बीच मजदूर अपने- अपने घरों तक पहुंचने के लिए सैकड़ों किलोमीटर पैदल चल रहे हैं. इस दौरान उन्हें तरह-तरह की परेशानियों का भी समाना करना पड़ रहा है. ऐसे ही उत्तर प्रदेश के कई मजदूर, जो गेहूं की कटाई करने के लिए बेटमा गए हुए थे, ललितपुर जाने के लिए पैदल ही तरफ निकल पड़े हैं.
मजदूरों का कहना है कि, सरकार उनकी ओर ध्यान नहीं दे रही है, जिसके कारण उन्हें पैदल ही यात्रा करनी पड़ रही है. वहीं जब उनसे खाने के बारे में पूछा गया तो, उनका कहना था कि, हमारे पास जो आटा था, वह तो अब खत्म हो गया. रास्ते में यदि कोई दानदाता आटा या फिर खाने की व्यवस्था कर देते हैं तो, वहीं पर खाकर आगे बढ़ जाते हैं. पैसा भी नहीं है जिसके कारण वह गाड़ी या अन्य सवारी कर लें, जैसे- तैसे वह अपने घर पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं.
सभी मजदूर गेहूं कटाई के लिए आए थे, इसी दौरान लॉकडाउन लग गया. लॉकडाउन 1 महीने से अधिक गुजर गया है, तो जैसे- तैसे जहां पर वो काम करने आए थे, वहां के ठेकेदार ने उनका 1 महीने तक खर्चा उठाया, लेकिन अब ठेकेदार ने भी हाथ खड़े कर दिए तो मजदूरों ने पैदल ही चलने की ठान ली और अपने बच्चों व सामान के साथ तकरीबन साढ़े चार सौ किलोमीटर की यात्रा करने के लिए निकल पड़े हैं.