इंदौर। महात्मा गांधी को गाली देने पर कालीचरण की गिरफ्तारी हो चुकी है. लेकिन सियासत नहीं थी. गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के बाद अब भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी कालीचरण के समर्थन में आ गए हैं. इंदौर में कैलाश विजयवर्गीय ने कहा सरकारों को संतो के प्रति लिबरल होने की जरूरत है.
'संतों के मामले में थोड़ा लिबरल होना चाहिए'
महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने हाल ही में कालीचरण मामले में छत्तीसगढ़ सरकार की कार्रवाई पर संतोष जताते हुए कहा था, कि ऐसे संत को तत्काल अंदर करना चाहिए. आज निरुपम के बयान पर पलटवार करते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा जब भारत तेरे टुकड़े होंगे इंशाल्लाह इंशाल्लाह कहने वालों की पीठ राहुल गांधी थपथपाने जाते हैं, तब इस तरह की बयानबाजी नहीं करती कांग्रेस. लेकिन यदि किसी ने अपने व्यक्तिगत जज्बात बयां कर दिए तो इस पर आपत्ति है. उन्होंने कहा सभी को संतों के मामले में थोड़ा सा लिबरल होना चाहिए.
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यह था मामला
हाल ही में रायपुर में आयोजित धर्म संसद के समापन के मौके पर कालीचरण ने महात्मा गांधी को लेकर विवादित बयान दिया था. उसने देश के बंटवारे के लिए बापू को जिम्मेदार ठहराया था. इसके बाद उसके खिलाफ छत्तीसगढ़ में ही FIR दर्ज की गई थी. बाद में उसे मध्यप्रदेश के खजुराहो से गिरफ्तार किया गया था.इस पर राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी आपत्ति जातई थी. एमपी को बिना बताए छत्तीसगढ़ सरकार की कार्रवाई पर दोनों सरकारें आमने-सामने हो गई थीं.
बजरंग दल सेना ने किया प्रदर्शन
कालीचरण की रिहाई की मांग को लेकर बजरंग दल ने राष्ट्रपति और गृह मंत्री के नाम दिया है. इंदौर के रीगल तिराहे पर बजरंग दल सेना ने जमकर नारेबाजी की. उन्होंने हनुमान चालीसा का पाठ कर छत्तीसगढ़ सरकार को सद्बुद्धि देने की प्रार्थना की.