इंदौर। सीईटी परीक्षा (CET Exam) का आज नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है, जिसे लेकर डीएवीवी ने तैयारियां शुरू कर दी है, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (Devi Ahilya University) में संचालित विभिन्न विभागों के कोर्स में एडमिशन के लिए सीईटी परीक्षा 30 अगस्त को होगी, इसी के साथ आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है, सीईटी का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए करा रहा है, एग्जाम को लेकर टेस्टिंग की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, हालांकि विश्वविद्यालय द्वारा यहां परीक्षा 25 अगस्त को आयोजित कराने की तैयारी की गई थी,लेकिन अब यह परीक्षा 30 अगस्त को आयोजित की जाएगी.
सीईटी नोटिफिकेशन के साथ शुरू हुई आवेदन प्रक्रिया
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के खंडवा रोड स्थिति तक्षशिला परिसर के 12 विभागों के 37 कोर्स की 2,160 सीटों पर प्रवेश के लिए सीईटी का आयोजन हो रहा है, सीईटी परीक्षा का आयोजन एनटीए कर रहा है, जो जेईई केट नीट सहित कई परीक्षाएं आयोजित करता है, एनटीए की इन परीक्षाओं का स्तर काफी बेहतर होता है.
डीएवीवी ने भी सीईटी का आयोजन एनटीए से कराने का फैसला किया, कम्प्यूटर बेस्ड सीईटी के लिए एनटीए ही पेपर सेट करेगी कम्प्यूटर सिस्टम में पेपर अपलोड भी करेगी और मूल्यांकन कर रिजल्ट भी जारी करेगी, सीईटी को लेकर डीएवीवी ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है, इसी के साथ आवेदन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है.
प्रदेश में 22 केंद्र तो प्रदेश के बाहर बनेंगे 7 परीक्षा केंद्र
एनटीए के देश के कई शहरों में ऑनलाइन परीक्षा केंद्र हैं, जिनमें अपडेट कंप्यूटर सिस्टम और हाई स्पीड इंटरनेट की व्यवस्था है, सीईटी के तकनीकी पहलुओं को लेकर बीते दिनों एनटीए ने टेस्टिंग कर ली है नोटिफिकेशन जारी होने के साथ ही परीक्षा केंद्र बनाने का काम भी शुरू कर दिया गया है, इसके लिए प्रदेश में 22 केंद्र होंगे और प्रदेश के बाहर 7 केंद्र बनाए जा रहे हैं.
आवेदकों की संख्या के आधार पर बढ़ाए जाएंगे केंद्र
आवेदन की संख्या को देखने के बाद अगर जरुरत पड़ी, तो सेंटर बढ़ाए जाएंगे, परीक्षा देने आने वाले बच्चों को वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट भी प्रस्तुत करना होगा, वही विश्वविद्यालय ने तय किया है कि कोरोना संक्रमित बच्चों के लिए एमपीपीएससी की तर्ज पर अलग से सेंटर भी बनाने की तैयारी है.
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ अनिल शर्मा के अनुसार विश्वविद्यालय में आयोजित की जाने वाली सीईटी परीक्षा के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, सेंटर बनाने का काम वर्तमान में किया जा रहा है, सेंटर को परीक्षार्थियों की संख्या के आधार पर बढ़ाया भी जा सकता है, वहीं इस बार परीक्षा के आयोजन में तकनीकी पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया गया है, ताकि छात्रों को किसी भी तरह की परेशानियों का सामना ना करना पड़े.