इंदौर(Indore)। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कोरोना (Corona) से जान गंवाने वालों के परिजन को अनुग्रह राशि (Compensation Amount) नहीं मिलने से अब राज्य सरकार (MP Government) कठघरे में हैं. हाल ही में इस मामले को पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा जनता के साथ धोखा करार दिया गया था. जिसके बाद बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने इस मामले में लोगों को मदद का भरोसा दिलाया है. मंगलवार को इंदौर में कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि उन्हें जानकारी नहीं है कि किसी को अनुग्रह राशि नहीं मिल पा रही है, इसलिए यदि पीड़ित पक्ष मदद चाहेगा तो उन्हें यह राशि सरकार से जरूर दिलाई जाएगी.
कैलाश विजयवर्गीय ने दिया मदद का आश्वासन
मंगलवार को इंदौर के स्कीम-78 स्टेट अरण्य अस्पताल में सीएसआर फंड से ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना की गई. इस अवसर पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि उन्हें नहीं पता है कि राज्य के कोरोना मृतकों के परिजनों को अनुग्रह राशि नहीं मिल रही है, यदि किसी को राशि नहीं मिली है, तो हम राज्य सरकार से निर्धारित राशि दिलाने के लिए मदद करेंगे.
कांग्रेस के सरकार पर आरोप
हाल ही में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ में आरोप लगाते हुए कहा था कि कोरोना से जान गंवाने वालों के परिजनों को एक लाख की अनुग्रह सहायता राशि की घोषणा सरकार ने मई 2021 में की थी. लेकिन आज तक एक भी परिवार को सहायता राशि प्रदान नहीं की गई. इसके अलावा सरकार पर आरोप ये भी हैं कि मई 2021 में की गई घोषणा का पालन एक भी परिवार को सहायता राशि के लिहाज से नहीं किया गया.
क्या है वास्तविकता ?
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने भी इस संबंध में मृतकों के परिजनों को सहायता राशि देने के आदेश दिए हैं. हालांकि मध्य प्रदेश में अभी तक इस योजना का कोई स्वरूप नहीं बन पाया है. इसके अलावा राज्य में जिन लोगों की मौत कोरोना के कारण हुई है, उनके मृत्यु प्रमाण पत्रों में भी कोरोना से मृत्यु संबंधी कारणों का उल्लेख नहीं है. लिहाजा ऐसी स्थिति में सहायता राशि कैसे और किसे मिलेगी इस बात को लेकर भी स्थिति स्पष्ट नहीं है.