इंदौर। इंदौर की नारकोटिक्स विभाग की टीम ने गुजरात पुलिस के माध्यम से एक फरार आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी द्वारा सजा से बचने के लिए मृत्यु प्रमाण पत्र पेश कर दिया गया था और उसके बाद से ही वह पुलिस के गिरफ्त से फरार चल रहा था, इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली और अब आरोपी को हिरासत में लिया गया है. (Indore Narcotics control bureau)
क्या है मामला: नारकोटिक्स विभाग की टीम ने 2011 में मादक पदार्थों की तस्करी के मामले में अभिषेक जैन नामक एक आरोपी को गिरफ्तार किया था, वहीं अभिषेक जैन को नारकोटिक्स विभाग ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. जहां से केस चलने के बाद कोर्ट ने अभिषेक को 12 साल के कठोर कारावास और दो लाख के अर्थदंड से दंडित कर दिया था, 2020 में आरोपी ने कोर्ट के माध्यम से पैरोल ली और उसके बाद अभिषेक अचानक से गायब हो गया. इसके बाद आरोपी के परिजनों ने अभिषेक का मृत्यु प्रमाण पत्र कोर्ट के माध्यम से जेल प्रबंधक को पहुंचाया और उसके बाद से लगातार आरोपी अभिषेक जैन फरार चल रहा था, लेकिन अचानक से अभिषेक के मृत्यु प्रमाण पत्र के सामने आने के बाद नारकोटिक्स विभाग को इस पूरे मामले में कई तरह की आशंका हुई थी और नारकोटिक्स विभाग में आरोपी अभिषेक को पकड़ने के लिए गुजरात पुलिस का सहयोग लिया. गुजरात पुलिस को आरोपी अभिषेक के बारे में विभिन्न तरह की जानकारी दी, इसके बाद गुजरात पुलिस ने आरोपी अभिषेक को पकड़कर नारकोटिक्स विभाग के सुपुर्द किया.
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मामले में जुटी पुलिस: मामले में नारकोटिक्स विभाग द्वारा पकड़े गए आरोपी से बारीकी से पूछताछ करने में जुटी हुई है. वहीं नारकोटिक्स विभाग के अधिकारियों का कहना है "मामले में गुजरात पुलिस की तरफ से ही सूचना मिली थी कि अभिषेक जैन नामक व्यक्ति जीवित है और वह बड़ौदा में रहकर फाइनेंस संबंधित विभिन्न तरह के कामकाज कर गुजर-बसर कर रहा है. आरोपी अभिषेक जैन कॉमर्स का स्टूडेंट रह चुका है और उसे फाइनेंस संबंधित विभिन्न तरह की जानकारी थी." फिलहाल पूरे ही मामले में अब नारकोटिक्स विभाग की टीम फरारी के दौरान आरोपी कहां-कहां रहा, इसके बारे में भी जानकारी जुटाने में लगी हुई है.