इंदौर। देश में डीजल और पेट्रोल की आसमान छूती कीमतों ने सभी ऑटोमोबाइल इंजीनियरों को सस्ता वाहन तैयार करने के लिए मजबूर कर दिया है. इन हालातों में इंदौर के एक शिक्षक ने खुद अपने जुगाड़ के दम पर डीजल और पेट्रोल से चलने वाली कार को इलेक्ट्रिक वाहन में कन्वर्ट कर दिया है. इतना ही नहीं अब यह शिक्षक अपने छात्रों के जरिए पेट्रोल और डीजल से चलने वाली महंगी कारों को इलेक्ट्रिक कारों में बदलने का स्टार्टअप शुरू करने की तैयारी में है. (Mechanical engineer designed electric car in Indore)
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स्टार्टअप शुरू करने का फैसला: पहले जिस गाड़ी में प्रतिदिन 600 से 700 का पेट्रोल या डीजल लगता था. वह अब आधी कीमत में चल रही है. इतना ही नहीं उसे घर पर प्रतिदिन चार्ज करके एक चार्जिंग में 80 से 100 किलोमीटर तक आसानी से 50 से 60 की स्पीड में चलाया जा सकता है. अब अरुण ने अपने अन्य स्कूली बच्चों के साथ मिलकर शहर की अन्य गाड़ियों को भी दो से ढाई लाख रुपए की लागत में पेट्रोल से इलेक्ट्रिक में कन्वर्ट करने के लिए स्टार्टअप शुरू करने का फैसला किया है. इसके लिए वे स्टार्टअप के आयोजन में भी शामिल हो चुके हैं. उनकी कोशिश है कि ऑटोमोबाइल सेक्टर की जो कंपनियां इलेक्ट्रिक वाहन बना रही हैं. उसी तरह यदि परिवहन विभाग पेट्रोल और डीजल इंजन से चलने वाली गाड़ी को इलेक्ट्रिक वाहन के रूप में मान्यता दे, तो भविष्य में अधिकांश गाड़ियां पेट्रोल डीजल से इलेक्ट्रिक में कन्वर्ट की जा सकेंगी.
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दिल्ली से खरीद रहे सामान: अरुण खरात जो भी इलेक्ट्रिक गाड़ियां तैयार करते हैं उसके लिए बैट्री, मोटर कंट्रोलर एवं अन्य उपकरण दिल्ली से खरीद रहे हैं. नॉर्मल बैट्री और मोटर के जरिए करीब 5 लोगों को लेकर चल सकने वाली कार बना रहे हैं. इसके अलावा वह गाड़ी के साथ चार्जर भी तैयार कर रहे हैं. इससे बैट्री डिस्चार्ज होने पर गाड़ी को चार्ज किया जा सकेगा. (electric car indore)