इंदौर। पश्चिम बंगाल में भाजपा को अपेक्षा के अनुरूप परिणाम नहीं मिलने के बाद पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय एक बार फिर मध्य प्रदेश की राजनीति के केंद्र में नजर आ रहे हैं. दरअसल हाल ही में ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद वी डी शर्मा के उनके घर पहुंचने के बाद प्रदेश में नए राजनीतिक समीकरणों की चर्चा जोर पकड़ रही है. इस बीच कैलाश विजयवर्गीय ने दावा किया है कि वह अब भी पश्चिम बंगाल के प्रभारी के तौर पर कार्य कर रहे हैं और उन्हें हटाए जाने वाली खबरें भ्रामक है. Kailash Vijayvargiya Statement
सुर्खियों में कैलाश विजयवर्गीय: अपने बेबाक बयान बाजी को लेकर चर्चा में रहने वाले कैलाश विजयवर्गीय से इन दिनों पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेता मिलने पहुंच रहे हैं, सिंधिया और वी डी शर्मा के पूर्व जब नरोत्तम मिश्रा को इंदौर के प्रभारी मंत्री का प्रभार दिया गया था तो मिश्रा भी कैलाश विजयवर्गीय के घर भोजन करने पहुंचे थे. इसके बाद से ही दोनों की नजदीकियां जगजाहिर हैं, अब जबकि वी डी शर्मा भी कैलाश विजयवर्गीय के साथ नजर आ रहे हैं तो भाजपा के राजनीतिक खेमों में इस बात की चर्चा है कि कैलाश विजयवर्गीय फिर मध्य प्रदेश की राजनीति के केंद्र में है.
जानिए 24 सालों से यहां अंताक्षरी में क्यों हार रहे हैं कैलाश विजयवर्गीय, हार कर भी बांटते हैं गिफ्ट
अभी भी हूं पश्चिम बंगाल का प्रभारी: कैलाश विजयवर्गीय ने अभी भी खुद को पश्चिम बंगाल का प्रभारी बताया है. उन्होंने इंदौर में कहा कि जिस प्रकार यहां मुरलीधर राव मध्य प्रदेश के प्रभारी हैं. उसी तरह वे भी पश्चिम बंगाल के प्रभारी के पद और जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. उन्होंने कहा इस बात की खबरें भ्रामक हैं कि उन्हें चुनाव में हार के बाद वहां से हटा दिया गया है, हालांकि 10 अगस्त को खबरें आई थी कि राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह की ओर से जारी की गई विज्ञप्ति में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल को उत्तर प्रदेश के साथ पश्चिम बंगाल उड़ीसा और तेलंगाना के प्रभारी का भी पदभार सौंपा है. BJP West Bengal Incharge