इंदौर। बारिश के दौरान उल्टी दस्त की बीमारियों के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है. ऐसे में गांव के मरीज झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज कराने पर मजबूर हैं. इसी के चलते बाई ग्राम के दो बच्चों की संदिग्ध मौत हो गई. बताया जा रहा है कि, दोनों बच्चों को बुखार और उल्टी दस्त की तकलीफ थी. इनका इलाज स्थानीय झोलाछाप डॉक्टर द्वारा किया गया था. मामले में स्वास्थ विभाग ने जांच के आदेश दिए हैं. (Indore JholaChhap Doctor) (two kids die in mahu) (JholaChhap Doctor wrong treatment).
उल्टी दस्त के कारण बिगड़ी थी तबियत: मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के मुताबिक महू क्षेत्र के बाईग्राम में रहने वाले राहुल के ढाई वर्षीय पुत्र युवराज और 5 साल के शिवांश की तबियत उल्टी दस्त के कारण बिगड़ी थी. बुधवार रात दोनों की हालत बिगड़ने पर परिजन इंदौर के लिए 108 एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण बड़वाह लेकर गए. यहां इलाज नहीं मिलने के बाद परिजन किसी तरह दोनों बच्चों को लेकर इंदौर पहुंचे. जहां डॉक्टरों ने युवराज और शिवांश को मृत घोषित कर दिया.(Indore JholaChhap Doctor) (two kids die in mahu) (JholaChhap Doctor wrong treatment).
सिंगरौली: झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही से शख्स की मौत, जांच में जुटी पुलिस
झोलाछाप डॉक्टर फरार: एक अन्य बच्चे नैतिक का इंदौर के चाचा नेहरू अस्पताल में इलाज चल रहा है. फिलहाल वह खतरे से बाहर है. बच्चों के परिजनों के मुताबिक दोनों का इलाज गांव के ही झोलाछाप डॉ. बालमुकुंद सुलवरिया ने किया था. इलाज के पहले तक बच्चे ठीक थे. देर रात अचानक दोनों की तबियत बिगड़ गई. घटना के बाद झोलाछाप डॉक्टर क्लीनिक बंद करके गायब है. बीएमओ यह पता लगवा रहे हैं कि डॉक्टर ने बच्चों को जो दवाई दी थी वह एक्सपायरी तो नहीं थी. इसके अलावा यदि डॉक्टर के पास मेडिकल की डिग्री अथवा प्रैक्टिस के वैध दस्तावेज नहीं पाए गए तो कठोर कार्रवाई की जाएगी. इधर दोनों बच्चों के शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए गए. (Indore JholaChhap Doctor) (Two Kids Die In Mahu) (JholaChhap Doctor Wrong Treatment).