इंदौर:कोरोना महामारी के भीषण दौर में अब जहां वैक्सीन का इंतजार किया जा रहा है. वहीं इस दौर में इंदौर एकमात्र ऐसा शहर है, जिसने कोरोना के शुरुआती दौर से अब तक पूरी दुनिया को संजीवनी रूपी हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा उपलब्ध कराई है. इतना ही नहीं फिलहाल जिन देशों में वैक्सीन विकसित किए जाने का दावा किया जा रहा है. वहां भी कोरोना से बचाव के लिए पहली दवाई हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (Hydroxychloroquine) का निर्यात भी इंदौर से किया गया. लिहाजा, इंदौर का फार्मा हब पूरी दुनिया के लिए कोरोना के खिलाफ जंग में संजीवनी बनकर उभरा है.
मेडिकल हब बनकर उभरा दवा बाजार
ऐसी ही स्थिति इंदौर के दवा बाजार की रही, जिसने मालवा निमाड़ के अलावा पूरे मध्य प्रदेश समेत देशभर में संबंधित दवाई के अलावा पीपीई किट का निर्माण कर तेजी से देशभर में सप्लाई की व्यवस्था की उस दौरान इंदौर का दवा बाजार एकमात्र ऐसा मेडिकल हब बनकर उभरा जिसने दिन रात उत्पादन निर्माण कर पूरी दुनिया के लिए चिकित्सकीय संसाधन मुहैया कराए इसके बाद बारी आई इंसान साधनों को दुनिया भर में भेजने की लिहाजा, इंदौर एयरपोर्ट से पहली बार लॉकडाउन के दौरान ही दक्षिण अफ्रीका, सेंट पिट्सबर्ग और दुबई आदि के लिए कार्गो विमानों ने उड़ान भरी, उस दौरान इंदौर एकमात्र एयरपोर्ट था, जिसने पूरी दुनिया को इंदौर से सप्लाई से संबंधित परिवहन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, उस दौरान बड़ी संख्या में एयर एंबुलेंस और एयर कार्गो से एक्सपोर्ट के लिए पूरे समय एयरपोर्ट चालू रखा गया. फल स्वरूप कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण के लिए अमेरिका समेत अन्य तमाम देश जिस दवा की मांग बड़े पैमाने पर कर रहे थे, वह आवश्यकता के अनुसार निर्यात की जा सकी.