इंदौर। नवरात्रि शुरू होने से पहले इंदौर के प्रसिद्ध बिजासन माता मंदिर पर निगम और पुजारी का विवाद सामने आया है. निगम के द्वारा कुछ दिनों पहले मंदिर के आसपास से अतिक्रमण हटाया गया था. पुजारी परिवार का आरोप है कि इस दौरान निगम के द्वारा कई छोटे मंदिर और हवन शाला को भी तोड़ दिया गया था जिसके कारण अब नवरात्रि में मंदिर में हवन नहीं होगा.
6 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि प्रारंभ होने वाली है. पूरे देश में जहां नवरात्रि पर माता के मंदिरों में पूजा अर्चना की जाएगी वहीं इंदौर के सबसे पुराने और प्रसिद्ध मंदिर बिजासन टेकरी पर इस वर्ष पूजा के साथ हवन नहीं किया जाएगा. दरअसल नगर निगम के द्वारा बिजासन टेकरी पर कई विकास कार्य शुरू किए गए हैं.
पुजारियों का आरोप है कि नगर निगम द्वारा अतिक्रमण की कार्रवाई के दौरान जानबूझकर शासकीय कार्य में बाधा डालने का केस लगाया गया है. निगम पर यह भी आरोप लगाए गए हैं कि कार्रवाई के दौरान कई मूर्तियां क्षतिग्रस्त हुई थीं जिन्हें की देर रात निगम के द्वारा वहां से ले जाया गया था. मंदिर पुजारियों द्वारा प्रतिमाओं की मांग की जाने पर वापस नहीं दिया जा रहा है.
बिजासन मंदिर के पुजारियों ने मांग की है कि हनुमान की प्रतिमा को दोबारा स्थापित और हवन शाला भी बनाया जाए. साथ ही दर्ज केस को वापिस लिया जाए. प्रशासन को यह भी चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी जाती है तो बिजासन माता मंदिर परिसर में ही परिवार सहित अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठ कर अपना विरोध दर्ज कराएंगे.