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इंदौर: नवरात्रि से पहले ही बिजासन माता मंदिर का विवाद आया सामने, इस बार मंदिर में नहीं होगा हवन

नवरात्रि शुरू होने से पहले इंदौर के प्रसिद्ध बिजासन माता मंदिर पर निगम और पुजारी का विवाद सामने आया, निगम द्वारा कुछ दिनों पहले बिजासन मंदिर के आसपास से अतिक्रमण हटाया गया, पुजारी ने निगम द्वारा कई छोटे मंदिर और हवन शाला को तोड़ का आरोप लगाया, जिसके कारण अब नवरात्रि में मंदिर में हवन नहीं होने की बात की जा रही है

अशोक गोस्वामी, पुजारी
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Published : Apr 5, 2019, 5:51 PM IST

इंदौर। नवरात्रि शुरू होने से पहले इंदौर के प्रसिद्ध बिजासन माता मंदिर पर निगम और पुजारी का विवाद सामने आया है. निगम के द्वारा कुछ दिनों पहले मंदिर के आसपास से अतिक्रमण हटाया गया था. पुजारी परिवार का आरोप है कि इस दौरान निगम के द्वारा कई छोटे मंदिर और हवन शाला को भी तोड़ दिया गया था जिसके कारण अब नवरात्रि में मंदिर में हवन नहीं होगा.

6 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि प्रारंभ होने वाली है. पूरे देश में जहां नवरात्रि पर माता के मंदिरों में पूजा अर्चना की जाएगी वहीं इंदौर के सबसे पुराने और प्रसिद्ध मंदिर बिजासन टेकरी पर इस वर्ष पूजा के साथ हवन नहीं किया जाएगा. दरअसल नगर निगम के द्वारा बिजासन टेकरी पर कई विकास कार्य शुरू किए गए हैं.

अशोक गोस्वामी, पुजारी

पुजारियों का आरोप है कि नगर निगम द्वारा अतिक्रमण की कार्रवाई के दौरान जानबूझकर शासकीय कार्य में बाधा डालने का केस लगाया गया है. निगम पर यह भी आरोप लगाए गए हैं कि कार्रवाई के दौरान कई मूर्तियां क्षतिग्रस्त हुई थीं जिन्हें की देर रात निगम के द्वारा वहां से ले जाया गया था. मंदिर पुजारियों द्वारा प्रतिमाओं की मांग की जाने पर वापस नहीं दिया जा रहा है.

बिजासन मंदिर के पुजारियों ने मांग की है कि हनुमान की प्रतिमा को दोबारा स्थापित और हवन शाला भी बनाया जाए. साथ ही दर्ज केस को वापिस लिया जाए. प्रशासन को यह भी चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी जाती है तो बिजासन माता मंदिर परिसर में ही परिवार सहित अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठ कर अपना विरोध दर्ज कराएंगे.

इंदौर। नवरात्रि शुरू होने से पहले इंदौर के प्रसिद्ध बिजासन माता मंदिर पर निगम और पुजारी का विवाद सामने आया है. निगम के द्वारा कुछ दिनों पहले मंदिर के आसपास से अतिक्रमण हटाया गया था. पुजारी परिवार का आरोप है कि इस दौरान निगम के द्वारा कई छोटे मंदिर और हवन शाला को भी तोड़ दिया गया था जिसके कारण अब नवरात्रि में मंदिर में हवन नहीं होगा.

6 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि प्रारंभ होने वाली है. पूरे देश में जहां नवरात्रि पर माता के मंदिरों में पूजा अर्चना की जाएगी वहीं इंदौर के सबसे पुराने और प्रसिद्ध मंदिर बिजासन टेकरी पर इस वर्ष पूजा के साथ हवन नहीं किया जाएगा. दरअसल नगर निगम के द्वारा बिजासन टेकरी पर कई विकास कार्य शुरू किए गए हैं.

अशोक गोस्वामी, पुजारी

पुजारियों का आरोप है कि नगर निगम द्वारा अतिक्रमण की कार्रवाई के दौरान जानबूझकर शासकीय कार्य में बाधा डालने का केस लगाया गया है. निगम पर यह भी आरोप लगाए गए हैं कि कार्रवाई के दौरान कई मूर्तियां क्षतिग्रस्त हुई थीं जिन्हें की देर रात निगम के द्वारा वहां से ले जाया गया था. मंदिर पुजारियों द्वारा प्रतिमाओं की मांग की जाने पर वापस नहीं दिया जा रहा है.

बिजासन मंदिर के पुजारियों ने मांग की है कि हनुमान की प्रतिमा को दोबारा स्थापित और हवन शाला भी बनाया जाए. साथ ही दर्ज केस को वापिस लिया जाए. प्रशासन को यह भी चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी जाती है तो बिजासन माता मंदिर परिसर में ही परिवार सहित अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठ कर अपना विरोध दर्ज कराएंगे.

Intro:नवरात्र शुरू होने से पहले इंदौर के प्रसिद्ध बिजासन माता मंदिर पर निगम और पुजारी का विवाद सामने आया है निगम के द्वारा कुछ दिनों पहले मंदिर के आसपास से अतिक्रमण हटाया गया था पुजारी परिवार का आरोप है कि इस दौरान निगम के द्वारा कई छोटे मंदिर और हवन शाला को भी तोड़ दिया गया था जिसके कारण अब नवरात्रि में मंदिर में हवन नहीं होगा वही निगम की कार्रवाई के खिलाफ पुजारी परिवार के द्वारा मंदिर परिसर में ही अनिश्चितकालीन उपवास भी शुरू किया जाएगा


Body:देश में नवरात्रि पर माता के मंदिरों में पूजा अर्चना की जाएगी लेकिन इंदौर के सबसे पुराने और प्रसिद्ध मंदिर बिजासन टेकरी पर इस वर्ष पूजा के साथ हवन नहीं किया जाएगा यह निर्णय मंदिर की देखरेख कर रहे पुजारी परिवार के द्वारा लिया गया है दरअसल नगर निगम के द्वारा बिजासन टेकरी पर कई विकास कार्य शुरू किए गए हैं पुजारी परिवार का आरोप है कि मंदिर परिसर में फूड जोन बनाने के लिए नगर निगम दबाव में वहां पर काम कर रहा है और इसी कारण मंदिर परिसर में मौजूद कई मंदिरों को भी थोड़ा गया है पुजारियों का आरोप है कि नगर निगम के द्वारा अतिक्रमण की कार्रवाई के दौरान जानबूझकर शासकीय कार्य में बाधा डालने का केस लगाया गया है और अतिक्रमण के दौरान ही मंदिर परिसर से कई छोटे मंदिरों की मूर्तियों को हटाया भी गया है निगम पर यह भी आरोप लगाए गए हैं की कार्रवाई के दौरान कई मूर्तियां क्षतिग्रस्त हुई थी जिन्हें की देर रात निगम के द्वारा वहां से ले जाया गया था और अब निगम से जब वापस यह मूर्ति मांगी जा रही है तो कोई भी अधिकारी सुनने के लिए तैयार नहीं है बिजासन मंदिर के पुजारियों ने प्रशासन को यह भी चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी जाती है तो बिजासन माता मंदिर परिसर में ही मेरे परिवार सहित उपवास पर बैठेंगे और आहुति के लिए अपनी बलि देंगे

बाईट - अशोक गोस्वामी, पुजारी


Conclusion:बिजासन माता मंदिर शहर का वही मंदिर है जहां पर कई बड़े नेताओं के द्वारा चुनरी यात्रा निकाली जाती है नवरात्रि में हजारों श्रद्धालु इस मंदिर के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं
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