इंदौर। सरकार ने भावांतर योजना के तहत किसानों से प्याज खरीदने का फैसला किया है. सरकार किसानों से 8 रुपये पर प्रति किलो प्याज खरीदेगी. अगर किसान व्यापारी को अपनी प्याज बेचता है और किसान को 8 रुपए प्रति किलो की राशि से कम दाम मिलते हैं, तो सरकार अंतर की राशि का भुगतान किसान के खाते में करेगी.
कलेक्टर लोकेश जाटव ने बताया कि सरकार का निर्देश है कि 800 रुपए प्रति क्विंटल जो दाम तय किए गए हैं, इससे कम दाम पर किसान अधिसूचित मंडी में प्याज बेचता है तो इसी सूरत में किसान की अंतर की राशि का भुगतान सरकार उसके खाते में पैसे डालकर करेगी.
प्रदेश के किसानों से प्याज खरीदी को लेकर सभी जिलाधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं. निर्देश में कहा गया कि 31 मई तक किसानों को समीपस्थ केंद्रों में भावांतर योजना के अंतर्गत अपना पंजीयन कराना अनिवार्य होगा.
इंदौर में कुल 6 अधिसूचित मंडियां हैं. जिसके तहत 1 जून से 30 जून तक सरकार पंजीकृत किसानों से प्याज की खरीदी करेगी. वहीं प्याज खरीदी के भुगतान की राशि सीधे किसानों के खातों में पहुंचाई जाएगी. जिसे लेकर जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं.