इंदौर। इंदौर में जिला निर्वाचन कार्यालय ने सियासी दलों से चुनाव प्रचार में इको फ्रेंडली प्रचार सामग्री शामिल करने की बात कही है. जिसमें दोनों ही पक्षों का सकारात्मक रुख नजर आया है. इंदौर के पर्यावरण प्रेमी मतदाताओं ने जिला निर्वाचन कार्यालय से मांग की थी कि देश के सबसे स्वच्छ शहर में लोकसभा चुनाव के दौरान प्रचार सामग्री से प्रदूषण न हो.
सियासी दलों द्वारा झंडे बैनर पोस्टर आदि प्रचार सामग्री का चुनाव के बाद निष्पादन की कोई व्यवस्था नहीं होने से यह सामग्री इस्तेमाल के बाद प्रदूषण का कारक बन रही है. झंडे बैनर पोस्टरों को राजनीतिक आयोजन के बाद इनको निकाल कर जहां तहां फेंक दिया जाता है, कुछ ऐसी ही स्थिति इंदौर में थी. जिसके चलते शहर के कुछ पर्यावरण प्रेमी मतदाताओं ने जिला निर्वाचन कार्यालय से मांग की थी कि शहर को लोकसभा चुनाव के दौरान प्रचार सामग्री से होने वाले प्रदूषण से दूर रखा जाए.
इसके बाद जिला निर्वाचन के अधिकारियों ने राजनीतिक दलों से इस विषय पर चर्चा की थी. जिसमें सभी ने इको फ्रेंडली प्रचार सामग्री तैयार किए जाने की व्यवस्था पर अपनी सहमति जताई. हालांकि प्रचार सामग्री सभी राजनीतिक दलों के मुख्यालय स्तर पर तैयार की जाती है, जहां से इको फ्रेंडली प्रचार सामग्री के निर्माण की व्यवस्था भारत निर्वाचन आयोग के स्तर पर लागू करायी जा सकती है, जिसके लिए अब मतदाताओं के स्तर पर पहल की जा रही है कि भारत निर्वाचन आयोग को इस आशय का प्रस्ताव जिला निर्वाचन कार्यालय की ओर से भिजवाया जाए जिससे कि देश भर में जल्दी इको फ्रेंडली प्रचार सामग्री की व्यवस्था कराई जा सके.