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Crime News इंदौर में दो और हुईं धोखाधड़ी, पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की, जाने कैसे ठगा

पूरे देश में स्वच्छता के प्रतीक इंदौर की स्थिति लॉ एंड आर्डर को लेकर कमजोर होती जा रही है. ठग्स ऑफ इंदौर ने पुलिस प्रशासन की नींद हराम कर रखी है. एक के बाद एक ठगी और धोखाधड़ी के मामले उजागर हो रहे हैं. पुलिस एक केस को सुलझा नहीं पाती कि दूसरा दर्ज हो जाता है. इसी कड़ी में एक दिन में दो नए मामले धोखाधड़ी के दर्ज कराये गए हैं. पुलिस ने केस रजिस्टर करने के बाद जांच शुरू कर दी है. (Crime news two more frauds case) (indore police registered two more frauds case)

Crime news two more frauds case
इंदौर में दो और हुईं धोखाधड़ी
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Published : Oct 9, 2022, 7:14 PM IST

इंदौर। इंदौर में लगातार धोखाधड़ी की वारदातें सामने आ रही है. इसी कड़ी में दो थाना क्षेत्रों में धोखाधड़ी की नई वारदातें सामने आई. फिलहाल दोनों ही मामलों में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है. वैसे भी इंदौर में इस समय अपराध की वारदातें लगातार बढ़ रही हैं. चाहे वह ठगी से संबंधित हो या फिर गोलीकांड. अपराधियों ने पुलिस का सुखचैन छीन लिया है. (indore police registered two more frauds case)

पहला मामलाः यह केस इंदौर के लसूड़िया थाना क्षेत्र से सामने आया है. लसूड़िया थाना प्रभारी संतोष दूधी के मुताबिक स्कीम नंबर 114 में रहने वाले सुशील सोलंकी की शिकायत पर उसके भाई सौरभ सिंह सहित मोहन सिंह और भूपेंद्र सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. फरियादी के अनुसार सुशील सिंह रिटायर्ड बैंक कर्मी है. पुलिस के अनुसार फरियादी ने शिकायत में बताया कि उनके बेटे को नौकरी की तलाश थी. इसके चलते उन्होंने भाई सौरव सिंह से बात की वह भी बैंक से रिटायर्ड है. इस पर भाई ने झांसा दिया कि उनके परिचित मोहन सिंह के पिता भूपेंद्र बड़े सरकारी अफसर है. वह नौकरी लगवा देंगे. नौकरी के नाम पर अलग-अलग मदों में पैसा ले लिया. इसके बाद जब भी फरियादी नौकरी की बात करते तो वह टालता रहता. इस पर जब उन्होंने पड़ताल की तो सामने आया कि मोहन और उसके पिता सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी और खेती करते हैं. (indore police started investigation)

indore police started investigation
पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की

नौकरी और जमीन दिलाने के नाम पर हड़पे लाखोंः आरोपी ने सरकारी नौकरी ही नहीं बल्कि जमीन में करोड़ों रुपए की कमाई का लालच दिया. इसके बाद जमीन खरीदने और रजिस्ट्री करवाने के नाम पर भी पैसा ले लिया. लगभग 25 लाख रुपए की वसूली भाई ने कर ली थी. बाद में पैसा लौटाने से मना कर दिया था. ठगी की जानकारी लगने के बाद फरियादी ने थाने में शिकायत दर्ज करायी है. पुलिस ने केस दर्जकर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है. (lakhs grabbed in name of jobs and land) (Crime news two more frauds case)

Indore fraud महिला के साथ लाखों की धाेखाधड़ी, क्राइम ब्रांच ने केस दर्ज किया, जाने ठगों ने कैसे हड़पे पैसे

दूसरा मामला-मकान के नाम पर हुई ठगीः दूसरा मामला इंदौर के परदेशीपुरा थाना क्षेत्र में सामने आया है. परदेसीपुरा थाना प्रभारी पंकज द्विवेदी के मुताबिक फरियादी अजय वर्मा की शिकायत पर शंकर नरवरिया के खिलाफ केस दर्ज किया है. फरियादी ने पुलिस को बताया कि अजय को मकान खरीदना था. इस दौरान किसी परिचित के माध्यम से उसकी मुलाकात शंकर से हुई. शंकर ने शिवाजी नगर स्थित मकान का सौदा उससे कर दिया. इस दौरान शंकर ने फरियादी से करीब 13 लाख रुपए झटक लिए. इस दौरान आरोपी बोलता रहा कि वह कुछ दिन में मकान का कब्जा दे देगा. लेकिन उसने कब्जा नहीं दिया. इसके बाद पीड़ित जब थाने पहुंचा तो वहां भी पुलिस केस दर्ज करने से बचती रही. इस पर फरियादी ने वरिष्ठ अधिकारियों को पूरे मामले की शिकायत की और वरिष्ठ अधिकारियों ने जांचकर परदेशीपुरा थाना प्रभारी को केस दर्ज करने के निर्देश दिए. (Crime news two more frauds case) (indore police registered two more frauds case) (indore police started investigation)

क्राइम ब्रांच के थाना प्रभारी निलंबित, जांच शुरू

एक अन्य अन्य खबर के अनुसार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के तेवरों का असर क्राइम ब्रांच पर बहुत गहरा हुआ है. उन्हाेंने तत्काल प्रभाव से थाना प्रभारी धनेंद्र भदौरिया को निलंबित कर उनके खिलाफ जांच शुरी कर दी. बता दें पिछले दिनों कई कारोबारियों ने जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर इंदौर एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से क्राइम ब्रांच के थाना प्रभारी धनेंद्र सिंह के खिलाफ वसूली को लेकर शिकायत की थी. इसके बाद मुख्य मंत्री ने थाना प्रभारी का नाम न लेते हुए कई तरह के सवाल खड़े किए थे. इसके बाद अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर राजेश हिंगणकर ने धनेंद्र सिंह को निलंबित करते हुए उनके खिलाफ सभी मामलों की जांच शुरू करने के आदेश पारित कर दिए हैं. इतना नहीं धनेंद्र मुख्यालय छोड़कर बाहर भी नहीं जा सकते हैं. (indore crime branch station in charge suspended)

इंदौर पुलिस ने 200 नशेबाजों के खिलाफ की कार्रवाई

एक अन्य खबर के अनुसार नशे के खिलाफ मुख्यमंत्री के आदेश के बाद पुलिस एक्शन में दिखी. अवैध शराब और नशीले पदार्थों पर कार्रवाई के दौरान कई संदिग्धों को पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार भी किया. 200 से ज्यादा एफआर भी दर्ज की गईं. बताया जा रहा है कि जैसे ही मुख्यमंत्री का आदेश आया तभी एसपी और डीसीपी ने अपने-अपने क्षेत्रों में थाना प्रभारियों को कार्रवाई के लिए नशे के अड्डों पर पहुंचने निर्देश दे दिया था. कार्रवाई के दौरान शहरी क्षेत्र में लसूड़िया पुलिस ने एक व्यक्ति को नशा करते गिरफ्तार किया. इसके अलावा एसआर कंपाउंड से हरदीप, निरंजनपुर से अर्जुन को पकड़ा. शुभम सोनी को गांधीनगर से पकड़ा गया. उसे अवैध शराब के परिवहन में पकड़ा. शराब के नशे में गदर काटते हुए एक डॉक्टर के बेटे सहित विशाल नाम के युवक को भी हिरासत में लिया गया. (indore police took action against 200 drug addicts)

रेलवे ट्रैक पर छात्र की लाश मिलने से सनसनी

इंदौर के राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र स्थित एक रेलवे ट्रैक पर एक छात्र की लाश मिलने से सनसनी फैल गई. जैसे ही इसकी जानकारी परिजनों को लगी तो परिजनों ने इसे संदिग्ध मानते हुए हत्या का आरोप लगाया है. घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. घटना राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र के रेलवे ट्रैक की है. किसी ने पुलिस को सूचना दी कि एक युवक का शव रेलवे ट्रैक पर पड़ा है. जिस पर से पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया. जब पुलिस ने जांच शुरू की, तो मालूम हुआ की शव इंदौर के आईपीएस कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र का है, जिसका नाम रितेश मिश्रा है.वह मूल रूप से रीवा का रहने वाला है. इसके पिता असम राइफल में सीआईएसएफ में पदस्थ है. पुलिस ने कहा कि छात्र की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही खुलासा होगा कि यह आत्महत्या है या नहीं. मौके पर पहुंचे परिजनों ने हत्या का आरोप लगाकर उच्च स्तरीय जांच कराये जाने की मांग की है. (indore student body found on railway track)

इंदौर। इंदौर में लगातार धोखाधड़ी की वारदातें सामने आ रही है. इसी कड़ी में दो थाना क्षेत्रों में धोखाधड़ी की नई वारदातें सामने आई. फिलहाल दोनों ही मामलों में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है. वैसे भी इंदौर में इस समय अपराध की वारदातें लगातार बढ़ रही हैं. चाहे वह ठगी से संबंधित हो या फिर गोलीकांड. अपराधियों ने पुलिस का सुखचैन छीन लिया है. (indore police registered two more frauds case)

पहला मामलाः यह केस इंदौर के लसूड़िया थाना क्षेत्र से सामने आया है. लसूड़िया थाना प्रभारी संतोष दूधी के मुताबिक स्कीम नंबर 114 में रहने वाले सुशील सोलंकी की शिकायत पर उसके भाई सौरभ सिंह सहित मोहन सिंह और भूपेंद्र सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. फरियादी के अनुसार सुशील सिंह रिटायर्ड बैंक कर्मी है. पुलिस के अनुसार फरियादी ने शिकायत में बताया कि उनके बेटे को नौकरी की तलाश थी. इसके चलते उन्होंने भाई सौरव सिंह से बात की वह भी बैंक से रिटायर्ड है. इस पर भाई ने झांसा दिया कि उनके परिचित मोहन सिंह के पिता भूपेंद्र बड़े सरकारी अफसर है. वह नौकरी लगवा देंगे. नौकरी के नाम पर अलग-अलग मदों में पैसा ले लिया. इसके बाद जब भी फरियादी नौकरी की बात करते तो वह टालता रहता. इस पर जब उन्होंने पड़ताल की तो सामने आया कि मोहन और उसके पिता सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी और खेती करते हैं. (indore police started investigation)

indore police started investigation
पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की

नौकरी और जमीन दिलाने के नाम पर हड़पे लाखोंः आरोपी ने सरकारी नौकरी ही नहीं बल्कि जमीन में करोड़ों रुपए की कमाई का लालच दिया. इसके बाद जमीन खरीदने और रजिस्ट्री करवाने के नाम पर भी पैसा ले लिया. लगभग 25 लाख रुपए की वसूली भाई ने कर ली थी. बाद में पैसा लौटाने से मना कर दिया था. ठगी की जानकारी लगने के बाद फरियादी ने थाने में शिकायत दर्ज करायी है. पुलिस ने केस दर्जकर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है. (lakhs grabbed in name of jobs and land) (Crime news two more frauds case)

Indore fraud महिला के साथ लाखों की धाेखाधड़ी, क्राइम ब्रांच ने केस दर्ज किया, जाने ठगों ने कैसे हड़पे पैसे

दूसरा मामला-मकान के नाम पर हुई ठगीः दूसरा मामला इंदौर के परदेशीपुरा थाना क्षेत्र में सामने आया है. परदेसीपुरा थाना प्रभारी पंकज द्विवेदी के मुताबिक फरियादी अजय वर्मा की शिकायत पर शंकर नरवरिया के खिलाफ केस दर्ज किया है. फरियादी ने पुलिस को बताया कि अजय को मकान खरीदना था. इस दौरान किसी परिचित के माध्यम से उसकी मुलाकात शंकर से हुई. शंकर ने शिवाजी नगर स्थित मकान का सौदा उससे कर दिया. इस दौरान शंकर ने फरियादी से करीब 13 लाख रुपए झटक लिए. इस दौरान आरोपी बोलता रहा कि वह कुछ दिन में मकान का कब्जा दे देगा. लेकिन उसने कब्जा नहीं दिया. इसके बाद पीड़ित जब थाने पहुंचा तो वहां भी पुलिस केस दर्ज करने से बचती रही. इस पर फरियादी ने वरिष्ठ अधिकारियों को पूरे मामले की शिकायत की और वरिष्ठ अधिकारियों ने जांचकर परदेशीपुरा थाना प्रभारी को केस दर्ज करने के निर्देश दिए. (Crime news two more frauds case) (indore police registered two more frauds case) (indore police started investigation)

क्राइम ब्रांच के थाना प्रभारी निलंबित, जांच शुरू

एक अन्य अन्य खबर के अनुसार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के तेवरों का असर क्राइम ब्रांच पर बहुत गहरा हुआ है. उन्हाेंने तत्काल प्रभाव से थाना प्रभारी धनेंद्र भदौरिया को निलंबित कर उनके खिलाफ जांच शुरी कर दी. बता दें पिछले दिनों कई कारोबारियों ने जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर इंदौर एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से क्राइम ब्रांच के थाना प्रभारी धनेंद्र सिंह के खिलाफ वसूली को लेकर शिकायत की थी. इसके बाद मुख्य मंत्री ने थाना प्रभारी का नाम न लेते हुए कई तरह के सवाल खड़े किए थे. इसके बाद अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर राजेश हिंगणकर ने धनेंद्र सिंह को निलंबित करते हुए उनके खिलाफ सभी मामलों की जांच शुरू करने के आदेश पारित कर दिए हैं. इतना नहीं धनेंद्र मुख्यालय छोड़कर बाहर भी नहीं जा सकते हैं. (indore crime branch station in charge suspended)

इंदौर पुलिस ने 200 नशेबाजों के खिलाफ की कार्रवाई

एक अन्य खबर के अनुसार नशे के खिलाफ मुख्यमंत्री के आदेश के बाद पुलिस एक्शन में दिखी. अवैध शराब और नशीले पदार्थों पर कार्रवाई के दौरान कई संदिग्धों को पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार भी किया. 200 से ज्यादा एफआर भी दर्ज की गईं. बताया जा रहा है कि जैसे ही मुख्यमंत्री का आदेश आया तभी एसपी और डीसीपी ने अपने-अपने क्षेत्रों में थाना प्रभारियों को कार्रवाई के लिए नशे के अड्डों पर पहुंचने निर्देश दे दिया था. कार्रवाई के दौरान शहरी क्षेत्र में लसूड़िया पुलिस ने एक व्यक्ति को नशा करते गिरफ्तार किया. इसके अलावा एसआर कंपाउंड से हरदीप, निरंजनपुर से अर्जुन को पकड़ा. शुभम सोनी को गांधीनगर से पकड़ा गया. उसे अवैध शराब के परिवहन में पकड़ा. शराब के नशे में गदर काटते हुए एक डॉक्टर के बेटे सहित विशाल नाम के युवक को भी हिरासत में लिया गया. (indore police took action against 200 drug addicts)

रेलवे ट्रैक पर छात्र की लाश मिलने से सनसनी

इंदौर के राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र स्थित एक रेलवे ट्रैक पर एक छात्र की लाश मिलने से सनसनी फैल गई. जैसे ही इसकी जानकारी परिजनों को लगी तो परिजनों ने इसे संदिग्ध मानते हुए हत्या का आरोप लगाया है. घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. घटना राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र के रेलवे ट्रैक की है. किसी ने पुलिस को सूचना दी कि एक युवक का शव रेलवे ट्रैक पर पड़ा है. जिस पर से पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया. जब पुलिस ने जांच शुरू की, तो मालूम हुआ की शव इंदौर के आईपीएस कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र का है, जिसका नाम रितेश मिश्रा है.वह मूल रूप से रीवा का रहने वाला है. इसके पिता असम राइफल में सीआईएसएफ में पदस्थ है. पुलिस ने कहा कि छात्र की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही खुलासा होगा कि यह आत्महत्या है या नहीं. मौके पर पहुंचे परिजनों ने हत्या का आरोप लगाकर उच्च स्तरीय जांच कराये जाने की मांग की है. (indore student body found on railway track)

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