इंदौर। कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आते ही पिछले 15 महीनों में जहां एक के बाद एक कई अधिकारियों को इधर से उधर किया था, उसको लेकर बीजेपी नेताओं ने कमलनाथ सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि कांग्रेस सरकार प्रदेश में ट्रांसफर उद्योग चला रही है. वहीं तख्तापलट कर बीजेपी जैसे ही सत्ता में आई और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश के मुखिया बने, उसके बाद प्रदेश में कई आला अधिकारियों को इधर से उधर किया गया. जिसके बाद कांग्रेस नेताओं ने भी शिवराज सरकार पर तबादला उद्योग संचालित करने के आरोप लगाए हैं.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सत्ता में आए हुए अभी 3 महीने ही हुए हैं, लेकिन इन 3 महीनों में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश भर में कई अधिकारियों के तबादले कर दिए हैं. इंदौर पुलिस में भी बड़े स्तर पर तबादले किए गए हैं.
इंदौर डीआईजी से लेकर एसपी तक के तबादले हुए हैं. वहीं तबादले की आग अब थाना प्रभारियों के साथ ही आरक्षकों तक पहुंच गई हैं. पिछले 15 दिनों में इंदौर के कई थाना प्रभारियों को इधर से उधर किया गया है.
इन सब तबादलों के बाद कांग्रेस नेताओं ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर आरोप लगाते हुए कहा कि सीएम शिवराज सिंह प्रदेश में तबादला उद्योग संचालित कर रहे हैं और वो उस कंपनी के डायरेक्टर एवं सीएमडी हैं.
वहीं कांग्रेस नेता प्रमोद द्विवेदी ने ये भी आरोप लगाया कि जिस कोरोना काल में आम आदमी की मदद की जानी चाहिए, उस समय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह तबादले कर रहे हैं. इसी के साथ कांग्रेस नेता ने ये भी आरोप लगाया कि पिछले 15 महीनों में जितने तबादले नहीं हुए उतने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले 2 महीनों में ही कर दिए हैं.
बता दें इंदौर में पिछले 15 दिन से थाना प्रभारियों को इधर से उधर किया जा रहा है. इसी को देखते हुए कांग्रेस नेता ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर आरोप लगाए हैं. वहीं कांग्रेस नेता ने ये भी आरोप लगाया कि इस पूरे ही मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में अपने ही अधिकारियों पर काम को लेकर कई तरह के प्रश्न चिन्ह खड़े कर रहे हैं.