इंदौर। विजय नगर थाना पुलिस ने पिछले दिनों एडवाइजरी के मामले में आरोपियों को गिरफ्तार किया था. उस पूरे मामले में पुलिस लगातार पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है. इसी दौरान पुलिस ने उनके बैंक अकाउंट भी खंगाले करोड़ों रुपए होने की पुष्टि हुई है. निवेश के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले फर्जी एडवाइजरी कंपनी के 4 आरोपियों को विजयनगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है. महाराष्ट्र के सोलापुर में रहने वाले आनंद बी मोहोलकर की ई-मेल से पिछले दिनों शिकायत पर FIR दर्ज की थी. उनके साथ स्कीम- 54 में संचालित द यूनीक ट्रेडर्स एडवाइजरी कंपनी ने 3 लाख 87 हजार 500 रुपए की धोखाधड़ी की है. फरियादी आनंद कोरोना से ग्रसित हैं और सोलापुर के अस्पताल में भर्ती हैं. इसलिए उन्होंने पुलिस से वीडियो कॉल के जरिए बात की और कंपनी के खिलाफ केस दर्ज करवाया था. वहीं पुलिस मामले में लगातार जांच पड़ताल कर रही है.
बैंक एकाउंट में मिले करोड़ों रूपये
पुलिस जांच ने एडवाइजरी कंपनी के पांच बैंक खातों में 6 करोड़ रुपए से ऊपर का लेन देन सामने आया है. इन शातिर बदमाशों ने आधार कार्ड और पैन कार्ड के जरिए कई फर्जी बैंक खाते खोल रखे हैं. इन खातों में देश के अलग-अलग हिस्सों में फोन लगाकर लोगों से निवेश के नाम पर रुपए डलवाते हैं. खाता धारकों को उनके खातों में हो रहे लाखों रुपए के ट्रांजैक्शन की जानकारी नहीं थी. वहीं यह बात भी सामने आई कि जो बैंक अकाउंट आए हैं वह अधिकतर मजदूर और निम्न वर्ग के हैं. जिनके फर्जी तरीके से अकाउंट खुलवाए गए और उसमें फिर इन लोगों ने विभिन्न लोगों से धोखाधड़ी कर रुपए डलवा गए. फिलहाल पुलिस ने इस मामले में कई अकाउंट को भी चिन्हित कर लिया है.
एडवाइजरी कंपनी पर पुलिस ने किया केस दर्ज, जांच में जुटी पुलिस
आईटी पार्क में थी कंपनी
वहीं जांच में यह बात भी सामने आई है कि आनंद की बगैर अनुमति के एक लाख 60 हजार रुपए दूसरों के खातों में ट्रांसफर कर लिए गए. पुलिस एडवाइजरी कंपनी के संचालकों को गिरफ्तार करने के लिए लगातार दबिश दे रही है. पुलिस की कार्रवाई से पहले कंपनी भंवरकुआं थाना क्षेत्र के आईटी पार्क से संचालित की जा रही थी. फिलहाल मुख्य आरोपी संजय पुलिस गिरफ्त से दूर है. संध्या की तलाश में पुलिस भोपाल भी गई थी, लेकिन वहां से संजय फरार हो गया.