इंदौर। 'ए+' ग्रेड प्राप्त देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (Devi Ahilya University) में बजट को लेकर कवायद शुरू हो गई है. नए सत्र एवं वित्तीय वर्ष के लिए विश्वविद्यालय द्वारा बजट तैयार करने का काम किया जा रहा है. जिसको लेकर कई बैठकें भी आयोजित की गई हैं. बजट की प्रक्रिया अंतिम चरणों में चल रही है. अधिकारियों के मुताबिक इस साल विश्वविद्यालय का बजट 300 करोड़ से अधिक का होने की संभावनाएं हैं. राशि का सबसे बड़ा हिस्सा अधिकारी, शिक्षकों-कर्मचारियों के वेतन का रखा है. जबकि भवन निर्माण और उपकरण भी खरीदे जाएंगे.
300 करोड से अधिक प्राप्त होगा बजट
यह प्रदेश का एकमात्र ए प्लस ग्रेड विश्वविद्यालय है. यहां विभिन्न विभागों का संचालन किया जाता है. वहीं विश्वविद्यालय द्वारा इस बार बजट में वृद्धि की जा रही है. वैसे कोरोना के चलते दो साल से फीस नहीं बढ़ाई है, लेकिन इस बार कुछ विभागों ने ट्यूशन फीस में वृद्धि करने पर विचार किया है. विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. रेणू जैन ने बताया कि बजट इस साल 300 करोड़ रूपये से अधिक का होगा. इस बार अनौपचारिक चर्चा की मीटिंग होने वाली है.
बेरोजगारों से कमाई ! एमपी में व्यापम ने 10 साल में परीक्षा फीस से वसूले एक हजार करोड़ रुपये
छात्रों को दिये जाएंगे गोल्ड मेडल
डॉक्टर रेणु जैन ने बताया कि इस साल का बजट पिछले साल की तुलना में अधिक है, जो विभागों की आवश्यकता और छात्रों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर तैयार किया जा रहा है. आने वाले सत्र में सभी को फायदा होगा. बजट में विभिन्न प्रावधान नए किए जा रहे हैं. जिनमें विभिन्न कोर्सों में छात्रों को गोल्ड मेडल प्रदान किए जाएंगे, जो अब तक नहीं दिये जाते थे. इसके अलावा विभिन्न शैक्षणिक विभागों के लिए नवीनतम सुविधाओं के आधार पर यह बजट तैयार किया गया है.
(Budget of DAVV will be more than 300 crores)