इंदौर। खजराना गणेश मंदिर में चुनाव से पहले शंकर लालवानी द्वारा बीजेपी के झंडे का चोला चढ़ाने को लेकर शुरू हुई राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है, आदर्श चुनाव आचार संहिता समाप्त होने के बाद बीजेपी ने एक बार फिर खजराना गणेश मंदिर को बीजेपी के झंडे का चोला चढ़ाया है. चुनाव से पहले चोला चढ़ाने को लेकर विवाद खड़ा हुआ था. इस मामले में इंदौर के बीजेपी प्रत्याशी और खजराना गणेश मंदिर के पुजारी पर केस भी दर्ज किया गया था.
पुजारी पर केस दर्ज होने के बाद से खजराना मंदिर पर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है, अब विधायक रमेश मेंदोला ब्राह्मण समाज के साथ खजराना गणेश को कमल का फूल और बीजेपी के झंडे का चोला चढ़ाने पहुंच गये और बीजेपी का चोला चढ़ाने को लेकर सांसद शंकर लालवानी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए विधायक मेंदोला ने कलेक्टर से माफी मांगने की बात कही है. मेंदोला ने आचार संहिता हटने के साथ ही ट्रांसफर शुरू होने पर कहा कि ये ट्रांसफर उद्योग है, आपको भी किसी का तबादला कराना है तो रुपए लेकर जाएं और ट्रांसफर करवा लें.
वहीं लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी शिकस्त पर मेंदोला ने मध्यप्रदेश सरकार से जनादेश के आधार पर इस्तीफा देने की मांग की है, उन्होंने कहा कि हार की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री की है, नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री कमलनाथ को इस्तीफा दे देना चाहिए. इस मौके पर पूर्व विधायक सत्यनारायण सत्तन भी मौजूद रहे. लंबे समय से सत्तन इंदौर के बीजेपी दफ्तर की सीढ़ियां नहीं चढ़े थे.
सूत्रों की मानें तो सत्तन बीजेपी के ही एक नेता से नाराज थे, इस लिहाज से कभी बीजेपी ऑफिस अब तक नहीं गए. हालांकि अब काफी हद तक उनकी नाराजगी खत्म हो गई है. सत्यनारायण ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वह अब कभी भी बीजेपी दफ्तर चले जाएंगे. जिस पर मेंदोला ने कहा कि गुरु जी खुद चलते फिरते कार्यालय हैं, वह सभी को अपने पास बुला सकते हैं.
खजराना गणेश मंदिर के पुजारी पर प्रकरण दर्ज होने के बाद से लगातार ब्राहमण समाज इस मुद्दे को उठा रहा था, चुनाव में मिली जीत के बाद प्रकरण दर्ज करने के मामले में कलेक्टर को बीजेपी ने घेरना शुरू कर दिया है.