इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व कि प्रदेश सरकार के द्वारा मिलावट के खिलाफ जिस तरह से अभियान की शुरुआत की थी उसी अभियान को जारी रखते हुए एक बार फिर अधिकारियों को मिलावट करने वालों पर शिकंजा कसने के आदेश दे दिए हैं. इसी कड़ी में गुरुवार देर रात एसटीएफ ने पालदा क्षेत्र में संचालित हो रही फैक्टरी पर दबिश दी और वहां पर जब टीम छापामार कार्रवाई करने पहुची तो अधिकारियों के होश उड़ गए. वहां पर विभिन्न तरह के केमिकल के माध्यम मिलावट कर हींग को तैयार किया जा रहा था. अतः कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में मिलावटी हींग एसटीएफ खाद्य विभाग ने जप्त की वहीं जैसे ही इस पूरे मामले की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को लगी तो उन्होंने फैक्ट्री संचालक के खिलाफ रासुका की तैयारी कर ली है और चार लोगों के खिलाफ रासुका की कार्रवाई की जाएगी.
मिलावट के खिलाफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिले दिशा-निर्देशों के बाद एक बार फिर इंदौर प्रशासन ऐसे मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई करने का मन बना चुका है. इसी कड़ी में मुखबिर से एसटीएफ को सूचना मिली थी कि पालदा क्षेत्र में एक फैक्ट्री संचालक के द्वारा मिलावटी हींग तैयार की जा रही है. एसटीएफ को मिली सूचना के बाद खाद्य विभाग जिला प्रशासन व एसटीएफ की टीम ने संयुक्त अभियान चलाते हुए फैक्ट्री पर दबिश दी और वहां से बड़ी मात्रा में मिलावटी हींग जब्त की, बता दें एसटीएफ ने कार्रवाई के दौरान 14 क्विंटल मिलावटी हींग व 31 क्विंटल हींग बनाने की सामग्री जिसमें विभिन्न तरह के रसायन व अन्य सामान शामिल था उन्हें जब्त किया है. वहीं जिस हींग को एसटीएफ ने जब्त किया है, उस हींग की जांच पड़ताल के लिए खाद्य विभाग ने उसे भोपाल स्थित मुख्यालय भेजा है, और वहां से रिपोर्ट आने के बाद संचालकों के खिलाफ और कड़ी कार्रवाई की जा सकती है.
रासुका की तैयारी
फिलहाल पुलिस अधिकारियों ने इस पूरे मामले में फैक्ट्री संचालक मुकेश मखीजा, जगदीश मखीजा, रमेश मखीजा एवं सुमित गुप्ता के खिलाफ रासुका की कार्रवाई की तैयारी कर ली है. और इस पूरे मामले में एक प्रतिवेदन तैयार कर कलेक्टर को भेजा जा रहा है वहीं पुलिस प्रशासन का अनुमान है कि इस पूरे ही मामले में फैक्टरी संचालक के खिलाफ प्रशासन के द्वारा रासुका की कार्रवाई की जाएगी और सारे दस्तावेज भी तैयार कर लिए गए हैं अतः यदि अनुमान लगाया जाए तो प्रशासन के द्वारा चार मिलावट खोर संचालकों के खिलाफ रासुका की कार्रवाई की जा रही है.
हानिकारक रसायन और केमिकल से तैयार की जा रही थी हींग
बता दें एसटीएफ ने जिस पालदा स्थित कंपनी पर छापामार कार्रवाई की वह कंपनी रमेश मखीजा, जगदीश मखीजा, मुकेश मखीजा एवं सुमित गुप्ता के द्वारा संचालित की जाती थी और यहां पर काफी सालों से यह नकली हींग बनाने का काम करते थे. लेकिन जब एसटीएफ ने वहां पर छापामार कार्रवाई की तो हींग को काफी गंदे तरीके से यहां पर बनाया जा रहा था. वहीं विभिन्न केमिकल व विभिन्न रसायनों का उपयोग कर हींग को तैयार किया जा रहा था. अधिकारियों का तो यह भी कहना है कि हींग को बनाने के लिए जिन गाइडलाइन का पालन किया जाता था. उन गाइडलाइन का पालन यहां पर नहीं किया जा रहा था. वहीं तेल व आटे और मैदा का मिश्रण बनाकर भी यहां पर हींग को तैयार की जा रहा था. जो हींग तैयार की जा रही थी, उसमें विशेष केमिकल व रसायनों का उपयोग भी लिया जा रहा था. इस पूरी जब्त हींग को जांच पड़ताल के लिए लैब भेजा गया है जहां से रिपोर्ट आने के बाद ही आगे इसमें और सख्त कार्रवाई हो सकती है.
दिशा-निर्देश जारी
बता दें प्रदेश सरकार ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए हुए हैं कि मिलावटखोरों को किसी तरह की कोई रियायत नहीं बरती जाएगी और जो भी मिलावटखोर है उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. आगे भी यदि मुखबिर के द्वारा अन्य विभागों को भी इस तरह की सूचना मिलेगी तो इसी तरह की कार्रवाई जारी रहेगी.
इंदौर में मिलावट का दूसरा मामला
पिछले दिनों भी महू में ऐसे ही एक मिलावटखोर के खिलाफ प्रशासन ने रासुका की कार्रवाई की थी और यह दूसरा मौका है जब ऐसे मिलावटखोरों के खिलाफ पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करते हुए उन पर रासुका की कार्रवाई की तैयारी कर ली है.