इंदौर। कोरोना महामारी के बाद ब्लैक फंगस जैसी बीमारी एक चुनौती बनकर उभरी है. हालांकि शहर के लिए शुक्रवार का दिन राहत भरा रहा. जिस तरह से कोरोना संक्रमण के मामलो में कमी आने से राहत मिली थी, वहीं अब ब्लैक फंगस के मरीज भी ठीक होकर अपने घर जा रहे हैं. आज शहर के एमवाय अस्पताल से ब्लैक फंगस से ठीक होकर 15 मरीज डिस्चार्ज होकर अपने घर को रवाना हुए.
एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन संजय दीक्षित ने बताया कि एमवाय अस्पताल से 15 मरीजो में ब्लैक फंगस को निकालकर डिस्चार्ज किया जा रहा है, इन्हें 5 दिन की दवाई देकर एक बार फिर 5 दिनों के बाद फॉलोअप के लिए मेडिकल कॉलेज में आने के लिए कहा गया है.
282 मरीजों में 15 की छुट्टी
एमवाय अस्पताल के अधीक्षक पीएस ठाकुर ने बताया कि हमारे यहां कुल 282 मरीज हैं, जिनमें से 15 मरीजों को डिस्चार्ज किया जा रहा है, बाकी बचे हुए मरीजों के इलाज के लिए एमवाय अस्पताल के कई विभागों के डॉक्टर पूरी मेहनत कर रहे हैं. ब्लैक फंगस के जिन मरीजों को इंजेक्शन की जरूरत है उन्हें सरकार द्वारा मुहैया कराए गए इंजेक्शन लगाए जा रहे हैं.
सिर्फ भारत में ही क्यों फैल रहा ब्लैक फंगस? जानें विशेषज्ञों की राय
अन्य जिलों के मरीज भी आ रहे इंदौर
पीएस ठाकुर ने बताया कि ब्लैक फंगस से ग्रसित मध्यप्रदेश के लगभग आधे मरीज इंदोर में अपना उपचार करा रहे हैं. एमवाय अस्पताल में इंदौर के बाहर के जिले के कई मरीज ऐसे भी हैं, जिनमें मस्तिष्क में इंफेक्शन फेल चुका था, हालांकि एमवाय अस्पताल के डॉक्टर पूरी मेहनत के साथ मरीजों का इलाज कर रहे है.
ब्लैक फंगस: जबड़ा काटकर बचाई गई चार मरीजों की जान
रोजाना एमवाय अस्पताल में लगभग 13 ऑपरेशन हो रहे हैं, इनमें आंख, ईएनटी ओर दांतों से संबंधित ऑपरेशन शामिल है. पीएस ठाकुर ने बताया कि जिन मरीजो में आंखों का इंफेक्शन इतना हो गया कि वह मस्तिष्क में जा सकता है उनका ऑपरेशन कर आंखे निकाली गई, ऐसे मरीज बहुत सीमित संख्या में है.