ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय में वामदलों के छात्र संगठन डीएसओ ने बुधवार को प्रदर्शन किया. डीएसओ की मांग है कि विश्वविद्यालय में शिक्षा का निजीकरण किया जा रहा है जिसके चलते छात्रों के परीक्षा परिणामों में आए दिन गलतियां निकल रही है. इसलिए विश्वविद्यालय को आउटसोर्स कंपनी के बजाय अपने यहां भर्ती कर स्थाई कर्मचारियों से ही वैल्यूएशन सहित अन्य संबंधित काम करवाए जाएं.
डीएसओ के छात्र-छात्राओं का कहना है कि विश्वविद्यालय में शिक्षा का निजीकरण किया जा रहा है. साथ ही इन्होंने हाल ही में सर्वर रूम में लगी आग को भी गड़बड़ी से जोड़कर विश्वविद्यालय प्रबंधन पर आरोप लगाया है. छात्र संगठन डीएसओ ने तख्तियां और बैनर के साथ बुधवार को विश्वविद्यालय के मुख्य गेट पर करीब आधा घंटे प्रदर्शन किया, और विश्वविद्यालय प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
छात्रों की मांग है कि नागपुर की आउटसोर्स कंपनी का अनुबंध खत्म किया जाए, क्योंकि वह तय समय सीमा में ना तो रिजल्ट दे पा रही है और ना ही छात्रों की मार्कशीट बना पा रही है. मार्कशीट में तमाम तरह की गड़बड़ियां सामने आ रही है. इससे छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ भी हो रहा है. डीएसओ अध्यक्ष का कहना है कि वैल्यूएशन और रिजल्ट तैयार करने के विश्वविद्यालय के ही स्थाई कर्मचारी होने चाहिए ताकि गड़बड़ियां रुके और उन्हें जिम्मेदारियों से की जा सके.