ग्वालियर। विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान और जीवाजी विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय क्षेत्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया. आयोजन में पिछले साल घोषित की गई नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के परिपेक्ष्य में चुनौतियां और समाधान विषय पर विभिन्न में बुद्धिजीवियों ने अपने विचार व्यक्त किए.
- नई शिक्षा नीति की भ्रांतियों को दूर करना कार्रक्रम का उद्देश्य
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान के एन रघुनंदन थे. कार्यक्रम में अध्यक्षता जीवाजी विश्वविद्यालय की कुलपति संगीता शुक्ला ने की. एन रघुनंदन ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में विभिन्न भ्रांतियों को दूर करने और शिक्षा का प्रचार प्रसार हर व्यक्ति तक पहुंचे. इस उद्देश्य को लेकर संगोष्ठी का आयोजन किया गया.
नई शिक्षा नीति पर होगा क्षेत्रीय संगोष्ठी का आयोजन
- व्यक्तित्व का निर्माण नई शिक्षा नीति का मकसद
इस संगोष्ठी में कुलपति संगीता शुक्ला ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि संगोष्ठी का मकसद भारतीय परंपराओं और मूल प्रणालियों पर आधारित व्यक्तित्व का निर्माण करते हुए 21वीं सदी में शिक्षा की आकांक्षा को लक्ष्य के साथ पूरा किस तरह से किया जाए, क्योंकि अधिकांश लोगों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में सही प्रकार से जानकारी नहीं है. इस तरह के क्षेत्रीय संगोष्ठी के आयोजन से यहां सभी लोगों को इस नीति की खूबियों के बारे में पता चल सकेगा.