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पड़ाव रेलवे ओवर ब्रिज का हुआ लोकार्पण, कांग्रेस और भाजपा में श्रेय लेने की मची थी होड़

ग्वालियर के पड़ाव स्थित रेलवे ओवर ब्रिज का लोकार्पण ग्वालियर कलेक्टर और एसपी द्वारा गुरुवार को किया गया.

रेलवे ओवर ब्रिज की हुई शुरुआत
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Published : Mar 14, 2019, 11:51 PM IST

ग्वालियर। गुरुवार को पड़ाव स्थित रेलवे ओवर ब्रिज यानी आरओबी का लोकार्पण किया गया. रेलवे से एनओसी ना मिलने के कारण कार्यक्रम को टाल दिया गया था. गुरुवार को ग्वालियर कलेक्टर और एसपी ने इस पुल का बारीकी से मुआयना किया और लोगों के लिए पुल को शुरु किया.

पिछले दिनों प्रदेश सरकार के खजाने से बने इस पुल को एक तरफ शुरू करने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के हाथों कांग्रेस ने लोकार्पण कार्यक्रम रखा था. लेकिन से एनओसी ना मिलने के कारण कार्यक्रम को टाल दिया गया था.

रेलवे ओवर ब्रिज की हुई शुरुआत

तीन साल पहले गांधी रोड को सिंधिया कन्या विद्यालय से जोड़ने वाले इस पड़ाव रेलवे ओवर ब्रिज की शुरुआत हुई थी. 50 साल पुराना पड़ाव पुल पर अत्यधिक यातायात के चलते चक्काजाम की स्थिति बनी रहती है. इस कारण दूसरे पुल की जरूरत लंबे अरसे से महसूस की जा रही थी.

केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर ने इस पुल का भूमि पूजन किया था. बीजेपी ने इस पुल का श्रेय लेने की कोशिश की थी. इसलिए पुल के बनने के बावजूद उद्घाटन टलता रहा. इसी बीच आचार संहिता जारी हो गई, जिला प्रशासन ने रेलवे की एनओसी मिलने के बाद गुरुवार को पुल का लोकार्पण किया.

ग्वालियर एसपी का कहना है कि पुल का दूसरा मार्ग एक महीने में पूरा हो जाएगा, तब उसे भी आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा. इस पुल की लागत 49 करोड़ से ज्यादा आई है. रेलवे स्टेशन के नजदीक बने पड़ाव रेलवे ओवर ब्रिज का रेलवे की पटरी के ऊपर वाला हिस्सा रेलवे ने बनाया है, जबकि राज्य सरकार ने इसके लिए राशि जारी की है.

ग्वालियर। गुरुवार को पड़ाव स्थित रेलवे ओवर ब्रिज यानी आरओबी का लोकार्पण किया गया. रेलवे से एनओसी ना मिलने के कारण कार्यक्रम को टाल दिया गया था. गुरुवार को ग्वालियर कलेक्टर और एसपी ने इस पुल का बारीकी से मुआयना किया और लोगों के लिए पुल को शुरु किया.

पिछले दिनों प्रदेश सरकार के खजाने से बने इस पुल को एक तरफ शुरू करने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के हाथों कांग्रेस ने लोकार्पण कार्यक्रम रखा था. लेकिन से एनओसी ना मिलने के कारण कार्यक्रम को टाल दिया गया था.

रेलवे ओवर ब्रिज की हुई शुरुआत

तीन साल पहले गांधी रोड को सिंधिया कन्या विद्यालय से जोड़ने वाले इस पड़ाव रेलवे ओवर ब्रिज की शुरुआत हुई थी. 50 साल पुराना पड़ाव पुल पर अत्यधिक यातायात के चलते चक्काजाम की स्थिति बनी रहती है. इस कारण दूसरे पुल की जरूरत लंबे अरसे से महसूस की जा रही थी.

केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर ने इस पुल का भूमि पूजन किया था. बीजेपी ने इस पुल का श्रेय लेने की कोशिश की थी. इसलिए पुल के बनने के बावजूद उद्घाटन टलता रहा. इसी बीच आचार संहिता जारी हो गई, जिला प्रशासन ने रेलवे की एनओसी मिलने के बाद गुरुवार को पुल का लोकार्पण किया.

ग्वालियर एसपी का कहना है कि पुल का दूसरा मार्ग एक महीने में पूरा हो जाएगा, तब उसे भी आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा. इस पुल की लागत 49 करोड़ से ज्यादा आई है. रेलवे स्टेशन के नजदीक बने पड़ाव रेलवे ओवर ब्रिज का रेलवे की पटरी के ऊपर वाला हिस्सा रेलवे ने बनाया है, जबकि राज्य सरकार ने इसके लिए राशि जारी की है.

Intro: ग्वालियर
आखिरकार बहु प्रतीक्षित पड़ाव स्थित रेलवे ओवर ब्रिज यानी आर ओ बी का लोकार्पण गुरुवार को कर दिया गया ।खास बात यह है कि पिछले दिनों प्रदेश सरकार के खजाने से बने इस पुल को एक तरफा शुरू करने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के हाथों कांग्रेस ने लोकार्पण कार्यक्रम रखा था लेकिन एन वक्त पर रेलवे से एनओसी नहीं मिलने का कारण बता कर उद्घाटन को टाल दिया गया था। गुरुवार को कलेक्टर एसपी ने इस पुल का बारीकी से मुआयना किया और लोगों के लिए खोल दिया गया।


Body:दरअसल 3 साल पहले गांधी रोड को सिंधिया कन्या विद्यालय से जोड़ने वाले इस पड़ाव रेलवे ओवर ब्रिज की शुरुआत हुई थी ।50 साल पुराने पड़ाव पुल अत्यधिक दबाव के चलते दिनभर चक्का जाम की स्थिति से गुजरता है। इस कारण दूसरे पुल की जरूरत लंबे अरसे से महसूस की जा रही थी। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर ने इस पुल का भूमि पूजन किया था। भाजपा की कोशिश थी कि इस पुल का श्रेय उसी को मिले। इसलिए पुल के एक तरफा बनने के बावजूद उद्घाटन टलता रहा। इस बीच आचार संहिता जारी हो गई तो जिला प्रशासन ने रेलवे की एनओसी मिलने के बाद गुरुवार को ऐसे लोकार्पण कर दिया।


Conclusion:फिलहाल अप डाउन के लिहाज से बने इस पुल को एक तरफ ही शुरू किया सका है। जबकि जिला प्रशासन का कहना है कि पुल का दूसरा मार्ग 1 महीने में पूरा हो जाएगा ।तब उसे भी आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा ।गौरतलब है कि इस पुल की लागत 49 करोड़ से ज्यादा आई है। रेलवे स्टेशन के नजदीक बने पड़ाव रेलवे ओवर ब्रिज का रेलवे की पटरी के ऊपर वाला हिस्सा रेलवे ने बनाया है जबकि राज्य सरकार ने इसके लिए राशि जारी की है ।खास बात यह है कि भाजपा इसे अपने कार्यकाल की सौगात बताकर श्रेय लूटना चाहती थी तो राज्य की कांग्रेस सरकार इसे अपनी उपलब्धि बताना चाहती थी। लेकिन लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आचार संहिता लगने से प्रशासन ने दोनों के मंसूबों पर पानी फेर दिया है।
बाइट अनुराग चौधरी कलेक्टर ग्वालियर बाइट नवनीत भसीन एसपी ग्वालियर
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