मुरैना। अम्बाह थाना पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने कार्रवाई करते हुए एक खेत से 7 करोड़ (poppy cultivated between mustard farming) की अफीम बरामद की है. आप को सुनकर भले ही अजीब लग रहा हो, लेकिन यह सच है. चंबल अंचल में पीला सोना कहे जाने वाले सरसों के खेतों के बीच अफीन की खेती की जा रही है. ऐसी ही एक सूचना पर पुलिस ने ककरारी गांव में दबिश देकर खेत मे खड़ी अफीम की फसल के साथ एक युवक को गिरफ्तार भी किया है. पुलिस के मुताबिक इस किसान युवक ने अपनी डेढ़ बीघा जमीन पर अफीम की फसल उगाई थी. जिसका बाजार मूल्य तकरीबन 7 करोड़ रुपए होता है.
पुलिस ने नष्ट कराई फसल
सरसों के खेत के बीच उगाई जा रही इस अफीम की फसल को पुलिस ने नष्ट करने की कार्रवाई की. यह कार्रवाई करीब 3 घंटे तक चली. अम्बाह थाना पुलिस अफीम के कुछ पौधों को उखाड़कर थाने पर ले आई जहां इन्हें नष्ट किया गया. पुलिस के मुताबिक ककरारी गांव में पूरन सिंह परमार अपने परिवार के साथ रहते हैं. उन्होंने अपने डेढ़ बीघा खेत मे अफीम की फसल बोई थी. इस फसल को गांव वालों की नजर से बचाने के लिए सरसों की फसल के बीच बोया गया था. खेत को कपड़े की मदद से चारों तरफ से कवर कर दिया था, लेकिन सरसों के खेत के बीच अलग तरह के फूलों के खिलने की चर्चा गांव वालों तक पहुंची. आरोपी ने गांव वालों को बताया कि यह विदेशी फूलों के पौधें हैं.
पुलिस ने गुपचुप तरीके से की पड़ताल
पुलिस के कानों तक जब यह बात पहुंची तो पुलिस ने गुपचुप तरीके से अपने एक आरक्षक को भेजकर इसकी जांच कराई. पुलिस की पड़ताल में यह साफ हो गया कि यह अफीम की फसल है. इसकी सूचना एसपी को दी गई. जिनके निर्देश पर पर क्राइम ब्रांच की टीम ने मौके पर पहुंचकर खेत मे खड़े अफीम के पौधों को उखाड़ कर नष्ट करना शुरू कर दिया. एक अन्य टीम ने आरोपी किसान और उसके बेटे को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस का दावा है कि एक माह बाद यह फसल पककर तैयार हो जाती. जिसके बाद इसका बाजार मूल्य करीब 7 करोड़ रुपए के आसपास होता. पुलिस आरोपियों के खिलाफ एनडीपीसी एक्ट के तहत भी मामला दर्ज करने जा रही है.