ग्वालियर। मध्य प्रदेश में लहसुन फेंके जाने का वीडियो वायरल होने पर शिवराज सरकार के राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह का बढ़ा बयान आया हैं. उनका कहना हैं कि ''कई बार ऐसी स्थिति बनती है. कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो किसानों के साथ राजनीति करते हैं और सरकार को बदनाम करने की कोशिश करते हैं. पिछले दिनों ऐसा ही कुछ भोपाल में देखने को मिला था, कुछ लोग दलगत राजनीति करने लगे थे. इसलिए जो वास्तविक किसानों की समस्या है, उस पर सरकार ध्यान दे रही है. हम भंडारण और स्टोरेज की क्षमता बढ़ा रहे हैं. मध्य प्रदेश एक ऐसा राज्य है, जहां सरकार ने किसानों की आय दोगनी करने का प्रयास किया है''. MP Farmers Throw Garlic in Rivers, Minister Bharat Singh Statement
सरकार ने की भंडारण की व्यवस्था: अब तब आपने प्याज पर राजनीति की बात तो सुनी होगी. लेकिन अब लहसुन पर भी राजनीति होने लगी है. मध्य प्रदेश में लहसुन के उचित दाम नहीं मिलने के चलते किसानों ने अपनी फसल फेंक रहे हैं या नाले में बहा रहे है. जिससे विपक्ष को भी सरकार को घेरने का नया मुद्दा मिल गया है. इधर राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि ''लहसुन और प्याज का भंडारण करने वाले किसानों के लिए सरकार ने भंडारण की व्यवस्था की है''. MP Garlic Politics
अधिकारियों को मंडी समीक्षा के निर्देश : उन्होंने कहा कि ''भंडारण पर सरकार सब्सिडी देती है. इसलिए किसान भाइयों को इस बात की भी चिंता करना होगी. हम जब अधिक उत्पादन कर रहे हैं, तो भंडारण की व्यवस्था भी किसान भाई करें. इस पर जितनी भी व्यवस्था सब्सिडी की पड़ेगी उद्यानिकी विभाग और मध्य प्रदेश सरकार देने के लिए तैयार है. कहीं अगर किसी मंडी में ऐसी स्थिति बनी है, तो मैं अधिकारियों को वहां की मंडी समीक्षा करने के निर्देश दूंगा. किसानों के हित में जो भी निर्णय लेना पड़ेगा, हम उससे पीछे नहीं हटेंगे''.
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लहसुन की बंपर पैदावार बनी मुसीबत: मध्य प्रदेश के कई जिलों में लहसुन की ज्यादा पैदावार किसानों के लिए मुसीबत लेकर आई है. लहसुन के रेट इतने कम हैं कि किसान बेहद निराश हो गए हैं. मंदसौर में किसान लहसुन के कट्टे पार्वती नदी में फेंक रहे हैं. लहसुन के रेट सही मिलने से किसानों ने कई जगहों पर प्रदर्शन किया लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई. इधर 14 अगस्त को उज्जैन जिले के भारतीय किसान संघ के करीब 100 से अधिक किसानों ने लहसुन थोक भाव में एक रुपए किलो बिकने और लागत मूल्य भी नहीं निकलने का आरोप लगाया और प्रदर्शन किया.
कमलनाथ ने की सरकार से मांग : सरकार की इस अव्यवस्था से नाराज किसान प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस मामले में कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा है कि मैं प्रदेश सरकार से आग्रह करता हूं कि अन्नदाता की पीड़ा को समझें. किसान को लहसुन का उचित मूल्य मिले, इसकी तुरंत व्यवस्था की जाए. याद रखें कि मोदी सरकार ने किसानों की आमदनी दोगुनी करने का वादा किया था, लेकिन यहां तो उन्हें अपना लहसुन माटी मोल बेचना पड़ रहा है. Garlic Cultivation in MP, Farmers unhappy very low price, Farmers throw garlic in rivers
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