ग्वालियर। शहर में कृषि बिल के विरोध में बुलाए गए भारत बंद का मिलाजुला असर देखा गया. सबसे खास बात ये रही कि शहर के प्रमुख व्यवसायिक स्थल महाराज बाड़ा क्षेत्र के अधिकांश बाजार मंगलवार को वैसे ही बंद रहते हैं लेकिन लोहिया बाजार के लोहा व्यापारी संघ के सेक्रेटरी ने सोमवार को एक प्रेस नोट जारी करके इस बंद को समर्थन देने से इंकार कर दिया था. जिसके कारण बाजार में बंद का व्यापक असर देखने को नही मिला.
बाजार के आधे दुकानदारों ने दुकानें बंद रखी थी. जबकि आधे लोगों ने अपनी दुकानों को खोला हुआ था. लोहा कारोबारी संघ के अध्यक्ष ने कहा है कि उन्होंने ना तो इस बिल का समर्थन किया है ना ही विरोध किया है. जो व्यापारी स्वेच्छा से दुकान बंद रखते हैं. उन्हें खोलने के लिए भी नहीं बोला जा रहा है और जो दुकानदार अपने दुकान खोले हुए हैं उन्हें बंद करने के लिए भी नहीं बोला जा रहा है.
बंद का समर्थन करने वाले मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और समाजवादी पार्टी के लोगों ने बाजारों में घूम-घूमकर लोगों से संस्थान बंद रखने की अपील की. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा कि यह बिल ना सिर्फ किसान विरोधी है बल्कि भविष्य में इसका असर समाज के हर वर्ग पर पड़ने वाला है. इसलिए जितने भी व्यापारियों ने इस का समर्थन किया है. हम उसके लिए कृतज्ञ है. उधर पुलिस ने भी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विशेष तैयारियां की थी. शहर के प्रमुख बाजार और चौराहों पर पुलिस की विशेष व्यवस्था की गई थी. पुलिस अफसरों के साथ राजस्व के अधिकारी भी प्रमुख स्थानों पर मोर्चा संभाले हुए थे.